जनता को गुमराह कर सत्ता पर क़ाबिज़ होती भाजपा और सत्ता में बढ़ता संघ का वर्चस्व तथा भारत की बदलती राजनितिक परिभाषा।
मुझे गर्व है और बे हद खुशी भी कि हमारा देश इस समय विश्व की तीसरी शक्ति बन चुका है।
भारत की जनता बिद्धिजीवी है शिक्षित है साथ मे सहनशील है जो किसी भी गलत राजाओं या उनकी गलत नीतियों को एक सीमा तक बर्दाश्त करेगी । फिर उनका अंत भी यही भारत की जनता ही करेगी - कॉग्रेस नेता शिव भाटिया
एस. ज़ेड. मलिक (पत्रकार )
जनता को गुमराह कर सत्ता पर क़ाबिज़ होती भाजपा और सत्ता में बढ़ता संघ का वर्चस्व तथा भारत की बदलती राजनितिक परिभाषा। हम आज इसी पर चर्चा करने जा रहे हैं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं हरियाणा की पूर्व हुड्डा सरकार में रहे राजनितिक सलाहकार श्री शिव भाटिया से जो वर्तमान केंद्र सरकार की नीतिओं पर ज्वलंत मुद्दों पर अपनी तीखी प्रतिक्रिया देने जा रहे । प्रस्तुत है आईना इंडिया के वरिष्ठ पत्रकार एस. ज़ेड.मलिक के ज्वलंत प्रश्नों के बेबाकी जवाब।
प्र0 - 2014 में भाजपा सत्ता पर क़ाबिज़ होते ही पहले नोट बंदी की निति अपनाई इसके पीछे भारत सरकार का क्या मक़सद था ?
पहला कारण भारत की जनता को पंख उजड़ी मुर्गे के समान अपने चरणों पर दाना चुनवाते हुए रखना। यानी गुलाम बना कर अपने चरणों में रखना। दूसरा कारण - नोट बंदी के बहाने भारत की सभी वैसे उद्योगों को आर्थिक दृष्टि से कमज़ोर कर देना जो गाहे बिगाहे कांग्रेस से जुड़ कर आम जनता का सहयोग करते थे और हर उस राजनीतिक दलों को आर्थिक दृष्टिकोण से कमज़ोर कर देना जो अपने अपने क्षेत्र में राजनितिक दृष्टिकोण से आर्थिक स्तर मज़बूत थे और भाजपा उनके कारण राजनितिक स्तर पर ज़मीन नहीं बनती दिखायी दे रहा था, नॉट बंदी से सबके पैसे जमा करवा कर भारत की आम जनता को हैंड टू माउथ कर दिया। और स्वयं को 6 - 7 महीने तक अपनी पार्टिओं में संस्थाओं में संघ की शाखाओं में नए नोटों को भरते रहे और अचानक से 8 नवंबर 2016 में 8 बजेरात्रि में नोट बंदी का एलान कर हिन्दुस्तान में भगदड़ मचा दिया इससे क्या साबित होता है। इस समय भाजपा समर्थित संघ आर्थिक दृष्टिकोण से इतना मज़बूत हो गई है की अब जैसे चाहे भारत की आम जनता को अपने अनुकूल चला सकती है और चला रही है।
प्र0 - क्या भारत से वंचितों दलितों, पिछड़ी जातिओं , अन्य पिछड़ी जाती का आरक्षण समाप्त कर दिया जाएगा?
मैं समझता हूं जिस प्रकार से यूएपी, एनएसए, और एनआईए, जैसे क़ानून बना का भाजपा भारत मे खुले आम दुरुपयोग कर रही है भारत का हर बुद्धिजीवी और शिक्षित वर्ग अच्छी तरह से समझ रहा है, आरक्षण हो या आम आदमी का अधिकार हो, सब पर भाजपा की सरकार क़ाबिज़ हो कर उनके अधिकार को हड़प रही है, आप अब विरोध नहीं कर सकते क्योंकि क़ानून का डंडा आप के सर पर खड़ा है।

देश में आतंकवाद की समस्या को देखते हुए आतंकी संगठनों और आतंकवादियों की नकेल कसने के लिए यह क़ानून बनाया गया i इस क़ानून को बनने के बाद सरकार किसी भी व्यक्ति को आतंकी घोषित किया जा सकता है i आतंकी होने के नाम पर उसकी संपत्ति जब्त की जा सकती है। इसके अलावा इस क़ानून ने NIA (राष्ट्रीय जांच एजेंसी ) को असीमित अधिकार दे दिए हैं। इस क़ानून का मकसद आतंकवाद की घटनाओं में कमी लाना, आतंकी घटनाओं की तीव्र गति से जांच करना और आतंकवादियों को जल्दी सज़ा दिलवाना है।
दरअसल,देश की एकता और अखंडता पर चोट करने वाले के खिलाफ सरकार को असीमित अधिकार दे दिए हैं। यह सत्य है की सरकार व उसकी मशीनरी इसका गलत इस्तेमाल कर सकती है। इसके अनुसार सरकार किसी भी तरह से आतंकी गतिविधियों में शामिल संगठन या व्यक्ति को आतंकी घोषित कर सकती है।
सरकार सबूत न होने की स्थिति में भी सिर्फ शक के आधार पर भी किसी को आतंकी घोषित कर सकती है।
राष्ट्रीय जांच एजेंसी को इस क़ानून में यह अधिकार दिया गया है कि वह किसी भी राज्य में जाकर कहीं भी छापा डाल सकती है। इसके लिए उसे सम्बंधित राज्य की अनुमति लेने की जरूरत नहीं है।
इसके अलावा योगी जी ने अपने राज्य में सबसे ज्यादा NSA लगाया है। ऐसे ऐसे लोगों पर NSA लगाया है जो कि सामाजिक कार्यकर्ता हैं और जो समाज को शिक्षित करने का काम करते रहे हैं। इससे विपक्ष ने जिस बात की आशंका व्यक्त की थी वह सही निकली। इस क़ानून का इस्तेमाल जामिया के छात्रों और जो नागरिकता क़ानून के विरोध में शाहीन बाग़ में धरने पर बैठी थी उसके खिलाफ गैर कानूनी गतिविधियाँ रोकथाम क़ानून के तहत मुकदमा दर्ज किया गया। इसके अतिरिक्त तालाबंदी के दौरान भी अनेक छात्र छात्राओं व सामाजिक कार्यकर्ताओं के खिलाफ इस क़ानून का दुरूपयोग किया गया, यानी जिसने भी विरोध करने की कोशिश की उन्हें परेशान किया गया, उसके जीवन को बर्बाद करने के षड्यंत्र रचे जा रहे हैं। यह क़ानून भी केंद्र सरकार ने अपनी ताक़त बढाने के लिए बनाया। यह सरकार संवाद में भरोसा नहीं करती। विपक्ष को बदनाम करके व उसके खिलाफ पुलसिया कार्यवाही करके अपनी राजनीति करती है। स्पष्ट हैं की ऐसे ही क़ानून का दुरूपयोग कर के केंद्र की सरकार आरक्षण भी समाप्त करा देगी और जनता ऐसे ही मूक दर्शक बनी तमाशा देखती रहेगी जो विरोध करेगा वह बे मौत मारा जाएगा।
प्र0 - आखिर क्या कारण है की भाजपा एक के बाद एक नए नए क़ानून सांसद में बनाती रही और पास करवाती रही विपक्ष में कांग्रेस छोड़ कर और कोई भी यूपीए का घटक दल विरोध करना तो दूर बल्कि भाजपा द्वारा बनाये गए हर नए क़ानून का समर्थन और उसके पक्ष में वोट करता रहा हत्ताकि की बाम दाल जैसी पार्टियां भी आंतरिक तौर पर भाजपा के साथ खड़ी दिखाई देती रही ?
जवाब - डर , भय , और दुसरा लालच यह एक क्रिया है जिस किसी के अंदर भी बैठ गया, वह चाहे अपराधी हो या बड़े बड़े हिम्मतवर, सभी को समय अनुकूल शांत रहना पड़ता है। इसी लिए वह शांत हैं, और साथ देने पर माजबूर हैं।
प्र0 - चीन का भारत के लद्दाक के गहलवान घाटी के18 की0 मी0 अंदर और सियाचीन के रास्ते 8 की0मी0 अंदर घुसा पड़ा है तथा पीएल 10,11,12,13,14, पर सेना गश्त नहीं कर पा रही है और प्रधानमंत्री यह कह कर देश की जनता को गुमराह कर रहे हैं की हमारे सेना ने चीन को पीछे धकेलने में काम रही है चीन अब हमारे ज़मीन कभी भी नहीं चढ़ पायी है आखिर बार बार भारत के के प्रधानमंत्री जनता से झूठ क्यों बोल रहे हैं ?
जवाब - भारत के प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र भाई दामोदर दास मोदी जी अपने 6 वर्षों के प्रधानमंत्री कार्यकाल में भारत का चाहे वह विकास का मामला हो या रोज़गार या महंगाई का अंतर्राष्ट्रीय राजनीति कूटनीति अथवा अंतर्राष्ट्रीय व्यापार का मामला हो इन सभी नीतिओं में फेल्योर रहे हैं तथा भारत के आंतरिक मामले में चाहे साम्प्र्दायिक दंगा हो या भ्रष्टाचार , दुराचार ,दुष्कर्म , दलितों ,पिछड़ों एवं मुसलमानों पर ग्रामीण व कस्बों में अत्याचार ,व ह्त्या सुचारू रूप से नियमतः पुलिस प्रसाशन के सुरक्षा में घटनाओं को अंजाम दिया जा रहा है - साक्ष्य चाहिए तो तो दैनिक चामचार पत्र ले लीजिये उत्तरप्रदेश ले लीजिये या अन्य भाजपा साशित भारत में कोई सा प्रदेश देख लीजिए ऐसे दुरदयांत घटनाये तो अब आम सी हो गयी है। इन सभी घटनाओं को रोकने में नाकामयाब रहे, इसलिए अपनी नाकामी को छुपाने के लिए तथा अपने मनुवादी भरष्ट दुष्ट लोगों को बचाने के लिए बार बार प्रधानमंत्री को झूठ का सहारा ले कर हिन्दुस्तान की जनता को मजबूरन गुमराह करना पड़ता है इसी लिए शायद भारत की जनता प्रधान मंत्री की मजबूरी को भली भान्ति समझ चुकी है इसी लिय उन्हें बार बार माफ़ कर देती है। चीन और नेपाल को भारत पर अपनी कूटनीति के तहत चढ़ाई करवाने का मतलब साफ़ है भारत की जनता से सिम्पैथी बटोरना चूँकि बिहार में और बंगाल में चुनाव है।
प्र0 - कोविट 19 कोरोना वाइरस क्या एक साजिश है या प्रकृतिक आपदा या विश्व के धनपतिओं और महाशक्ति देशों के द्वारा विश्व में आम कमज़ोर गरीबों को गुलाम बनाने के लिए प्रोजेक्ट किया हुआ एक षड्यंत्र ?
जवाब - जहां तक मैं समझता हूं कि कोविट 19 कोरोना वाइरस एक आपदा है, एक महामारी है, लेकिन उससे बचने के उपाय भी हैं । भारत के पास क्या नही है? भारत सरकार चाहती तो फरवरी से इस महामारी का उपाय निकाल सकती थी, परन्तु भारत सरकार ने कभी चाह ही नही, भारत सरकर की नियत साफ नहीं है, जहां तक मैं समझता हूं कि कोविट 19 कोरोना वाइरस एक आपदा है, एक महामारी है, लेकिन उससे बचने के उपाय भी हैं । भारत के पास क्या नही है? भारत सरकार चाहती तो फरवरी से इस महामारी का उपाय निकाल सकती थी, परन्तु भारत सरकार ने कभी चाह ही नही। भारत सरकर की नियत साफ नहीं है। भारत सरकार का तारगेट हिन्दू राष्ट्र है। भारत सरकार अपने झूठे योजना को फैलाने के लिये मेडिया एवं अन्य प्रचार माध्यमों का सहारा ले कर प्रचार और प्रसार पर करोड़ों रुपये खर्च कर रही है, वैक्सीन व किट के खरीदारी के लिये करोडों रुपये एक बार चीन को दिए और दूसरी बार स्पेन को दिया और अब अमेरिका को ? जबकि भारत सरकार यदि ईमानदार होती तो वैक्सीन और किट दोनो ही भारत मे ही तैयार करा सकती थी। परन्तु करोड़ों की दलाली उन्हें अपने एजेंट को जो देना था । अन्य देशों की साजिश हो या न हो परन्तु हमारे देश के वर्तमान सरकारी व्यावस्था में षड्यंत्र की बू ज़रूर आ रही है।
प्र0 - दिल्ली दंगे पर आपकी की क्या प्रतिक्रिया है ?
जवाब - दिल्ली दंगा एक प्रयोजित साजिश है, भाजपा ने दिल्ली विधान सभा हर का बदला लिया । उत्तरीपूर्वी दिल्ली दिल्ली में जो दंगा था वह सम्प्रदायिक नहीं था लेकिन उसे सम्प्रदायिक बनाया गया , इन क्षेत्रों में यह दंगा हुया वहां आज भी आपसी सौहार्द क़ायम है, जिनके घर जलाये गये उसमे हिंदुओ के भी थे, यह विचारणीय है कि एक ही गाली में रहने वाले हिन्दू और मुसलमान बीच यदि सम्प्रदायिक नफ़रत होता तो या तो जिसकी समुदायें की अधिक आबादी होती वह दूसरे समुदायें पर भारी होता और उस गली में रहने वाले अल्पसंख्यक जो भी समुदायें होता केवल उसका ही जानी और माली नुक्सान होता लेकिन वहां तो दोनों का केवल माली नुकसान हुआ, दंगाईयों को जो दाढ़ी वाला दिखाई दिया या टोपी वाला दिखाई दिया उसे मार दिया। मस्जिदें तागेट किया गया, इससे स्पष्ट है कि दंगाईयो स्थानीय नही थे बल्की दिल्ली के बाहर से बुलाये गए भाड़े के लोग थे उसके बहुत से वीडियो है जो यह साबित करने के लिये काफी है। यह पूरा का पूरा केंद्र सरकार के गृहमंत्रालय के देख रेख था दिल्ली तीन दिन तक पुलिस शांत रह कर अनदेखा करती रही और दिल्ली जलती रही। इस पूर्ण रूप से प्रयोजित साजिश था।
प्र0 - भारत ने 5 राफेल खरीद कर दिखाया दिया जबकि राहुल गांधी बार बार राफेल पर बहंस कराने एवं जांच कराने की गुहार लगा रहे थे । भारत सरकार ने राफेल को भारत मे उतार कर दिया दिया । क्या अब कांग्रेस संतुष्ट है ? क्या अब भारत की हवाई शक्ति बढ़ी ?
जवाब - मुझे गर्व है और बे हद खुशी भी कि हमारा देश इस समय विश्व की तीसरी शक्ति बन चुका है। लेकिन भाजपा देश की जनता को आज भी गुमराह कर रही है । राफेल डील 2012 में यूपीए सरकर की देन है भाजपा हमेशा दूसरों का बनाया खाना खाया और खूब प्रचार किया कि हमने बनाया। 6 वर्षों में भाजपा का एक भी प्रोजेक्ट दिखादे जनता ? सिवा 3000 हज़ार करोड़ की स्वर्गीय पटेल सहब की मूर्ति को छोड़ कर , राफेल का सौदा 126 लड़ाकू विमान का था, न कि केवल 36 पर डील था 2014 में भाजपा की सरकार बनने के बाद यूपीए की डील को रद कर दिया गया जिस पर कांग्रेस ने आवाज़ उठाई और भाजपा ने उस आवाज़ दबने के लिये टाल-मटोल करती रही । अब जब बार बार भाजपा से राहुल गांधी राफेल के मुद्दे पर सवाल करते रहे तब डीलर से हाँथ पैर जोड़ कर 5 राफेल भारत की धरती पर उतार कर भारत की जनता को फिर से गुमराह करने की कोशिश कर रही है। इस समय कोविट 19 कोरोना का प्रकोप से विश्व भर में हड़कंप मचा हुआ है भारत मे प्रति दिन कोरोना पोज़ीटिव और कोरोना से हज़ारों मरने वालों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है सरकार के पास इसे रोकने के लिये कोई ठोस उपाय नही है और न उपाय कर रही है , ऐसे महामारी में बिहार का चुनाव के समय की घोषणा कर दी गई, बंगाल में चुनाव की रट लगाए चुनाव तैयारी हिन्दू मुसलमान का धुर्वीकरण, सम्प्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने का पूरा प्लान के साथ वहां अपने कार्यकर्ताओं को मैदान में उतार रखा है, और जनता से सिम्पैथी बटोरने के लिये जहां चीन में मुद्दे पर झूठ बोल कर जनता को गुमराह कर रही है वहीं अब 3 राफेल लड़ाकू विमान को भारत की धरती उतार कर प्रचार प्रसार कर जनता का असली मुद्दे से ध्यान भटका रही है। जब कि 2 राफेल ट्रेनिग देने के लिए आये है।
इस समय सरकार की गलत नीतियों के कारण कोरोना भारत काल मे अपादाओ और अन्य विपत्तियों को झेल रहा है , भारत के नागरिक इस समय आर्थिक विषमता के शिकार हो चुके हैं , भारत की आर्थिक स्थिति दयनीय हो गई है, करोड़ो नागरिक बेरोज़गार हो गए है, महंगाई अपने चरम सीमा को लांघ रही है, शिक्षा संस्थाने बन्द हो चुके हैं , कल-कारखाने बन्द हो चुके हैं, गृहउधोग समाप्त कर दिया गया है। और भाजपा सरकार अपने मज़बूत और मस्त शाशनकाल का परिचय दे रही है, आरएसएस का मुख्यालय से लेकर क्षेत्रीय कार्यालय तक को मज़बूत करने के लिये भारत मे नागपुर से ले कर दिल्ली और बेंगलोर कर्नाटका, केरला , तमिलनाडु, लखनऊ, कानपुर, गोरखपुर, पटना , कोलकाता, और ना जाने भारत मे कहां कहां करोड़ों अरबों रुपये उसमे झोंके जा रहे है, जिसका कोई लेखा जोखा नहीं ना कोई वर्तमान सरकार से हिंसाब मांगने वाला है । सरकार से मांगने का हिम्मत भी कैसे करे , कैग जैसी संस्था आज आने आपको बचाने की कोशीश कर रही , अब सच बोलने वाले को मौत के घाट उतार दिया जाएगा या उसे खामोश रहने पर माजबूर कर दिया जाएगा । जस्टिस लोया की रहस्यमयी मौत, और एक जस्टिस मुरलीधरन का आधी रात में स्थानांतरण। क्या यह सब भाजपा सरकार की मनमानी और हठधर्मी नही दर्शाता है ?
भाजपा अपने इन तमाम गलतियों नाकामियों को छुपाने के लिये साम, दाम, दण्ड, भेद, की नीति अपना कर अपना वर्चस्व क़ायम रखते हुये भारत की संप्रभुता एकता अखण्डता तथा संविधान और लोकतंत्र को ध्वस्त कर राजतंत्र की स्थापना कर आम नागरिकों को गुलाम बनाएगी तथा एक समुदायें मुस्लिम समाज को समाप्त करने का स्वांग रच रही जब कि ऐसा कदापि नही हो सकता। क्यूँ की भारत की जनता बिद्धिजीवी है शिक्षित है साथ मे सहनशील है जो किसी भी गलत राजाओं या उनकी गलत नीतियों को एक सीमा तक बर्दाश्त करेगी । फिर उनका अंत भी यही भारत की जनता ही करेगी । जनता ने इन्हें सत्ता दिया था और आने वाले समय मे जनता ही इन्हें हमेशा के लिये नामो निशान भी मिटा देगी।
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