Monday, February 27, 2017

विगत २३ फ़रवरी 2017 को फिक्की ने भारत सरकार के रसायन एवमं पेट्रो रसायन विभाग, तथा भारत के प्लास्टिक संचालित संगठन के साथ 'प्लास्टिक के बुनियादी ढांचे को और मज़बूत तथा टिकाऊ बनाने पर ध्यान आकृष्ट करने के लिए प्लास्टिक प्रसंस्करण पर एक संयुक्त तीसरा राष्ट्रीय कोंफ्रेंस का आयोजन किया । उसमे  'प्लास्टिक के बुनियादी ढांचे को और मज़बूत तथा टिकाऊ बनाने के लिए एक रणनीति प्रपत्र भी जारी किये गए।  
इसमें केंद्रीय रेल मंत्री श्री सुरेश प्रभाकर प्रभु मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित थे परंतु व्यवस्तता के कारण उपस्थित नहीं होने के बावजूद उन्होंने विडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से कॉन्फ्रेंस सभा को संबोधित किया।  

Saturday, February 25, 2017

PMGKY टैक्स लेने से किया इनकार तो खत्म होगी शाखा की मान्यता, सरकार ने दी बैंकों को चेतावनी


PMGKY टैक्स लेने से किया इनकार तो खत्म होगी शाखा की मान्यता, सरकार ने दी बैंकों को चेतावनीPMGKY टैक्स लेने से किया इनकार तो खत्म होगी शाखा की मान्यता, सरकार ने दी बैंकों को चेतावनी
सरकार ने सभी बैंकों को चेतावनी देते हुए कहा है कि यदि माफी योजना प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत टैक्स लेने से इनकार किया है तो उनकी शाखाओं की मान्यता रद्द कर दी जाएगी।
केंद्र सरकार की ओर से लिए गए नोटबंदी के फैसले के बाद, सरकार ने प्रधान मंत्री गरीब कल्याण योजना (PMGKY) को लॉन्च किया जिसके अंतर्गत वे लोग जिनके पास बेहिसाब नकदी है वो 31 मार्च तक इसे अपने बैंक खातों में जमा करना होगा। इस पर उन्हें 50 फीसद टैक्स और जुर्माने का भुगतान करना होगा। साथ ही ऐसे लोगों को कुल जमा राशि का 25 प्रतिशत हिस्सा बिना ब्याज वाले खाते में चार साल के लिए जमा कराना होगा। गौरतलब है कि इस योजना की शुरुआत बीते साल 1 दिसंबर को की गई थी। 

लंदन में बोले जेटली; नोटबंदी की प्रक्रिया करीब-करीब पूरी  

 वित्त मंत्री अरूण जेटली ने आज कहा कि नोटबंदी की प्रक्रिया करीब-करीब पूरी हो चुकी है और उन्होंने इसे उच्च मूल्य वर्ग के नोटों के स्थान पर नये नोट जारी करने की सबसे संभावित सहज प्रक्रिया बताया।
जेटली यहां लंदन स्कूल ऑफ इकनोमिक्स में छात्रों और शिक्षकों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने 500 और 1,000 रपये के नोट चलन से हटाने के सरकार के फैसले को देश में एक ‘नया सामान्य स्तर’ कायम करने वाला कदम बताया। उन्होंने कहा कि अंतत: इस कदम से उच्च आर्थिक वृद्धि को हासिल किया जा सकेगा।
नयी दिल्ली: केंद्रीय बिजली मंत्री पीयूष गोयल का कहना है कि यदि सभी लोग गंभीरता से अपने बकाये का भुगतान कर दें तो सरकार कर की दर कम कर सकती है।
यहां ‘ईवाई आंत्रप्रेन्योर ऑफ द इयर अवार्डस’ को संबोधित करते हुए गोयल ने कहा, ‘हम वस्तु एवं सेवाकर (जीएसटी), आयकर और अन्य की दर को कम कर सकते हैं यदि सभी लोग कर का भुगतान करें।’इस अवसर पर वाणिज्य मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि सरकार कारोबारियों और निवेशकों को यहां घर जैसा महसूस करवाना चाहती है ताकि वह अर्थव्यवस्था में एक लहर पैदा कर सकें और अपनी कारोबारी गतिविधियों को बढ़ा सकें। उल्लेखनीय है कि कारोबारियों की मांग है कि सरकार कर की दर कम करे।
प्राइवेट सेक्टर में काम करने वाले कर्मचारियों को भी केंद्रीय कर्मचारियों की तरह ही अधिकतम 20 लाख रुपये तक ग्रेच्युटी मिलेगी। 
प्राइवेट सेक्टर में काम करने वाले कर्मचारियों के लिए एक बड़ी खुशखबरी है। सरकार ने सिफारिश की है कि प्राइवेट सेक्टर में काम कर रहे लोगों को भी केंद्रीय कर्मचारियों की तरह ही अधिकतम 20 लाख रुपये तक ग्रेच्युटी मिले। कैबिनेट से प्रस्ताव पास होने के बाद अब इसे बजट सत्र के अगले हिस्से में संसद में विधेयक के रूप में पेश किया जाएगा।

श्रममंत्री बंडारू दत्तात्रेय की अध्यक्षता में हुई मीटिंग में फैसला लिया गया कि प्राइवेट सेक्टर में भी ग्रेच्युटी की सीमा को 10 लाख से बढ़ाकर 20 लाख किया जाए। आपको बता दें कि सातवें वेतन आयोग ने ग्रेच्युटी की सीमा को दस लाख से बढ़ाकर बीस लाख करने की सिफारिश की थी। केंद्र सरकार के साथ-साथ कई राज्य सरकारें भी इसे लागू कर चुकी हैं।
केन्द्र ने यह फैसला किया है कि प्राइवेट सेक्टर में काम करने वाले कर्मचारियों की ग्रेच्युटी की राशि को दोगुना करते हुए सरकारी कर्मचारियों के बराबर किया जाए। कर्मचारी यूनियनों ने ग्रेच्युटी के भुगतान के लिये प्रतिष्ठान में कम-से-कम 10 कर्मचारियों के होने तथा न्यूनतम पांच साल की सेवा की शर्तों को हटाने की भी मांग की है।
नई दिल्लीः सरकार के स्वर्ण बॉंड की सातवीं किस्त की बिक्री सोमवार से बीएसई और एनएसई में शुरू हो जाएगी. इससे निवेशकों को अपने निवेश का डाइवर्सिफिकेशन करने को बेहतर विकल्प उपलब्ध होगा. सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (एसजीबी) योजना का 7वां चरण 27 फरवरी (सोमवार) से शुरू होगा. मौजूदा वित्त वर्ष में गोल्ड बॉन्ड की ये आखिरी पेशकश होगी. अब तक सरकार गोल्ड बांड की 6 किस्त जारी कर चुकी है और पांच चरणों में इसके जरिये 3060 करोड़ रुपये जुटा चुकी है. सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड के तहत लोग 500 ग्राम तक सोने की कीमत का गोल्ड बॉन्ड खरीद सकेंगे. सरकार ने रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के साथ विचार-विमर्श करके सॉवरेन गोल्‍ड बॉन्ड्स 2016-17-सीरीज 4 शुरू करने की घोषणा की है.

27 फरवरी से शुरू होगा सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड का 7वां चरणः मौका न चू

नई दिल्लीः सरकार के स्वर्ण बॉंड की सातवीं किस्त की बिक्री सोमवार से बीएसई और एनएसई में शुरू हो जाएगी. इससे निवेशकों को अपने निवेश का डाइवर्सिफिकेशन करने को बेहतर विकल्प उपलब्ध होगा. सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (एसजीबी) योजना का 7वां चरण 27 फरवरी (सोमवार) से शुरू होगा और बॉन्ड का आवंटन 17 मार्च को किया जाएगा.. मौजूदा वित्त वर्ष में गोल्ड बॉन्ड की ये आखिरी पेशकश होगी. अब तक सरकार गोल्ड बांड की 6 किस्त जारी कर चुकी है और पांच चरणों में इसके जरिये 3060 करोड़ रुपये जुटा चुकी है. सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड के तहत लोग 500 ग्राम तक सोने की कीमत का गोल्ड बॉन्ड खरीद सकेंगे. सरकार ने रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के साथ विचार-विमर्श करके सॉवरेन गोल्‍ड बॉन्ड्स 2016-17-सीरीज 4 शुरू करने की घोषणा की है. सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड खरीदने के लिए आपको 27 फरवरी से 3 मार्च के बीच आवेदन करना होगा. बॉन्ड की बिक्री बैंक्स, स्टॉक होल्डिंग कार्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड के जरिए की जाएगी. इसके अलावा आप सरकारी मंजूरी प्राप्त डाकघर और स्टॉक एक्सचेंजों के जरिए भी खरीद सकते हैं. स्वर्ण बॉंड के तहत न्यूनतम एक ग्राम और अधिकतम 500 ग्राम सोने के लिये निवेश किया जा सकता है. गोल्ड बॉन्ड में 8 साल के लिए निवेश करना जरूरी है और इसमें कम से कम 5 साल का लॉकइन है यानी इसमें इतने समय के लिए बने रहना होगा. गोल्ड बॉन्ड में निवेश करने वालों को निवेश मूल्य पर 2.5 प्रतिशत सालाना ब्याज मिलेगा जो उन्हें छह महीने पर मिलेगा. इसे ऐसे समझें, प्रारंभिक निवेश की राशि पर प्रतिवर्ष 2.5 प्रतिशत (फिक्स्ड दर) के अनुसार, बॉन्ड पर ब्याज का भार होता है. ब्याज निवेशक के बैंक खाते में हाफ-ईयरली जमा किया जाएगा और अंतिम ब्याज मूलधन के साथ परिपक्वता पर देय होगा। 
नई दिल्ली-भारत सरकार के लेसकैश इकॉनमी अभियान को बढ़ावा देने के लिए लॉन्च किए गए भीम ऐप ने एक विश्व रेकॉर्ड बना दिया है। नीति आयोग के सीईओ अमिताभ कांत ने कहा है कि भीम ऐप को 1.70 करोड़ बार डाउनलोड किया गया है जो कि अपने आप में एक विश्व रेकॉर्ड है।

मोदी सरकार द्वारा पिछले साल 30 दिसंबर को लॉन्च किए गए BHIM (भारत इंटरफेस फॉर मनी) ऐप का उद्देश्य डिजिटल पेमेंट्स को बढ़ावा देना था। इस ऐप की सबसे खास बात यह है कि इसे इंटरनेट न होने पर भी इस्तेमाल किया जा सकता है। फोन से USSD कोड *99# डायल करके भी इस ऐप को ऑपरेट किया जा सकता है। भीम को नैशनल पेमेंट कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने डिवेलप किया है। अमिताभ कांत ने कहा, 'यह ऐप बहुत सफल रहा है। यह बहुत अच्छा काम कर रहा है।'
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने 29वें मन की बात कार्यक्रम में कहा कि 15 फ़रवरी,2017 भारत के जीवन में गौरवपूर्ण दिवस है. हमारे वैज्ञानिकों ने विश्व के सामने भारत का सर गर्व से ऊँचा किया है. ISRO ने कई अभूतपूर्व मिशन सफलतापूर्वक पूर्ण किए हैं.'मंगलयान' भेजने के बाद पिछले दिनों इसरो ने विश्व रिकॉर्ड बनाया. इसरो ने मेगा मिशन के ज़रिये एक साथ विभिन्न देशों के 104 उपग्रह अन्तरिक्ष में सफलतापूर्वक लांच किए हैं. 104 उपग्रह को अंतरिक्ष में भेजकर इतिहास रचने वाला भारत दुनिया का पहला देश बना और यह लगातार 38वाँ पीएसएलवी का सफल लांच है. भारत का उपग्रह कार्टोसैट-2डी के माध्यम से खींची हुई तस्वीरों से संसाधनों की मैपिंग, आधारभूत ढांचे की प्‍लानिंग में मदद मिलेगी.

ख़ास करके किसान को देश में जो सभी जल स्रोत है, वो कितना है,उसका उपयोग कैसे हो सकता है इन सारे विषयों पर कार्टोसेट-2डी बहुत मदद करेगा. हमारे लिये ये भी ख़ुशी की बात है कि इस सारे अभियान का नेतृत्व, हमारे युवा वैज्ञानिक, हमारी महिला वैज्ञानिक, किया है. इस सिलसिले में एक महिला शोभा जी ने एक और भी सवाल पूछा है और वो है भारत की सुरक्षा के संबंध में, भारत ने एक बहुत बड़ी सिद्धि प्राप्त की है, उसके विषय में. भारत ने रक्षा के क्षेत्र में भी बैलिस्टिक इंटरसेप्‍टर मिसाइल का सफल परीक्षण किया है.

इंटरसेप्‍टर टेक्‍नोलॉजी वाले इस मिसाइल ने ट्रायल के दौरान ज़मीन से 100 कि.मी. की ऊँचाई पर दुश्मन की मिसाइल को ढेर कर सफलता पाई. दुनिया के चार या पाँच ही देश हैं कि जिन्हें ये महारत हासिल है. भारत के वैज्ञानिकों ने ये करके दिखाया. इसकी ताक़त है कि 2000 किमी दूर से भी भारत पर आक्रमण के लिये मिसाइल आती है तो ये मिसाइल अंतरिक्ष में ही उसको नष्ट कर देती है. हमारी युवा-पीढ़ी का विज्ञान के प्रति आकर्षण बढ़ना चाहिए. देश को बहुत सारे वैज्ञानिकों की ज़रूरत है. नीति आयोग एवं भारत के विदेश मंत्रालय ने 14वें प्रवासी भारतीय दिवस के समय एक बड़ी विशिष्‍ट प्रकार की प्रतिस्‍पर्द्धा की योजना की थी.

जो विशिष्ट बुद्धि प्रतिभा रखते हैं, वो जिज्ञासा को जिज्ञासा नहीं रहने देते, उनकी जिज्ञासा नई खोज का कारण बन जाती है. उनको तरजीह देने के लिए समाज उपयोगी नवाचार को आमंत्रित किया गया. ऐसे नवाचार को चिन्हित करना, उसको प्रदर्शन करना और उसको लोगों को जानकारी देना.
 
हमारा समाज टेक्‍नोलॉजी की तरफ उन्‍मुख हो रहा है. व्यवस्थायें टेक्‍नोलॉजी पर आधारित हो रही हैं. तकनीक हमारे जीवन का अभिन्न अंग बन रही है. 'डिजि-धन' पर ज़ोर दिया जा रहा है, लोग नकद से डिजिटल करेंसी की तरफ बढ़ रहे हैं. भारत में डिजिटल ट्रांजेक्‍शन तेजी से बढ़ रहा है.

14 अप्रैल को डॉ. बाबा साहेब अम्बेडकर की जन्म-जयंती का पर्व है और अभी-अभी बाबा साहेब अम्बेडकर की 125वीं जयंती गई है. उनका स्मरण करते हुए लोगों को भीम ऐप डाउनलोड करना सिखाएं. उससे लेन-देन कैसे होती है, वो सिखाएँ और ख़ास करके आस-पास के छोटे-छोटे व्यापारियों को सिखाएँ.

हमारे देश की अर्थव्यवस्था के मूल में कृषि का बहुत बड़ा योगदान है. गाँव की आर्थिक ताक़त, देश की आर्थिक गति को ताक़त देती है. किसानों के परिश्रम से इस वर्ष रिकॉर्ड अन्न उत्पादन हुआ है. इस वर्ष देश में लगभग 2 हज़ार 700 लाख टन से भी ज्यादा खाद्यान्न का उत्पादन हुआ है. किसान परंपरागत फ़सलों के साथ-साथ देश के ग़रीब को ध्यान में रखते हुए अलग-अलग दालों की भी खेती करें क्योंकि दाल से ही सबसे ज़्यादा प्रोटीन ग़रीब को प्राप्त होता है
 
देश के किसानों ने ग़रीबों की आवाज़ सुनी और क़रीब-क़रीब दो सौ नब्बे लाख हेक्टेयर धरती पर भिन्न-भिन्न दालों की खेती की. ये सिर्फ दाल का उत्पादन नहीं है, किसानों के द्वारा हुई मेरे देश के ग़रीबों की सबसे बड़ी सेवा है. 

रियो पैरालिंपिक्‍स में हमारे दिव्यांग खिलाड़ियों ने जो प्रदर्शन किया, हम सबने उसका स्वागत किया था. वर्ल्‍ड कप के फाइनल में भारत ने पाकिस्तान को हराते हुए लगातार दूसरी बार वर्ल्‍ड चैंपियन बन करके देश का गौरव बढ़ाया.
दिव्यांग भाई-बहन सामर्थ्यवान,दृढ़-निश्चयी होते हैं,साहसिक होते हैं,संकल्पवान होते हैं, हर पल हमें उनसे कुछ-न-कुछ सीखने को मिल सकता है
देश का कोई भी नागरिक जब कुछ अच्छा करता है, तो पूरा देश एक नई ऊर्जा का अनुभव करता है, आत्मविश्वास को बढ़ाता है. इसके साथ ही उन्‍होंने कहा कि खेल हो या अंतरिक्ष विज्ञान महिलायें किसी से पीछे नहीं हैं. एशियाई रग्‍बी सेवेंस ट्रॉफी में हमारी हमारी महिला खिलाड़ियों ने सिल्‍वर मेडल जीता.

इससे पहले पिछले महीने 29 जनवरी को उन्‍होंने यह कार्यक्रम किया था. उसमें परीक्षाओं के मद्देनजर पढ़ाई करने वाले छात्रों की तैयारियों पर खास रूप से बातचीत की थी. उसमें छात्रों को उन्‍होंने स्‍माइम मोर एंड स्‍कोर मोर का नारा दिया था. इसके साथ ही पीएम नरेंद्र मोदी ने अपने पिछले कार्यक्रम में गणतंत्र दिवस पर गैलेंट्री अवॉर्ड पाने वाले लोगों के परिवारवालों को शुभकामनाएं दी थीं.

हालांकि इस बार इस कार्यक्रम के साथ खास बात यह जुड़ी है कि युपी चुनावों के बीच में यह इसका प्रसारण हो रहा है. इसके लिए चुनाव आयोग से अनुम‍ति ली गई है. इसलिए इस बात की पूरी संभावना है कि कार्यक्रम में किसी भी प्रकार की राजनीतिक मुद्दे पर बात नहीं होगी. वैसे आमतौर पर पीएम मोदी अपने इस कार्यक्रम में राजनीतिक मुद्दों को नहीं उठाते हैं.

उल्‍लेखनीय है कि प्रधानमंत्री मोदी के 'मन की बात' कार्यक्रम का प्रसारण ग्यारह बजे से ऑल इंडिया रेडियो, दूरदर्शन और उनके ऑफिशियल वेबसाइट पर होगा.

नई दिल्ली: केंद्र सरकार ने बैंकों को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर माफी योजना “प्रधान मंत्री गरीब कल्याण योजना (PMGKY)” के अंतर्गत उनकी कोई भी शाखा टैक्स लेने से इनकार करती है तो उस शाखा की मान्यता को रद्द किया जा सकता है। यह योजना आगामी 31 मार्च को खत्म हो रही है

Friday, February 24, 2017

दिल्ली के जंतर मंतर पर भारतीय भाषा आंदोलन का 46 वां महीना पूरा - फिरभी हिंदी भाषी सरकार आचेत। 
भारत से अंग्रेजी गुलामी हटाने के लिए 46 माह से संसद की चौखट पर भारतीय भाषा के आंदोलनकारी धरने पर बैठे  21 फ़रवरी को मातृभाषा दिवस मनाया - तथा इस अवसर पर भारत में मातृभाषा लागु करने के लिए प्रधान मंत्री को ज्ञापन दिया।
 नई दिल्ली - नई दिल्ली के इत्तिहासिक जंतरमंतर धरना अस्थल पर भारत की मातृभाषा हिंदी को सुचारू रूप से सरकार की न्यायपालिका एवम संघ लोक सेवा आयोग तथा संसदीय प्रणाली को मातृभाषा हिंदी में कार्य प्रणाली को बढ़ावा देने की मांग को ले कर 21 अप्रैल 2013 यानी  46 माह से अब तक भारतीय हिंदी प्रेमी धरने पर बैठे आंदोलनकारी भारतीय भाषा आंदोलन के नाम से नियमित रूप से आंदोलन करते आरहे हैं। इसी सनदर्भ में  21 फ़रवरी को मातृभाषा दिवस मनाया       
 

Monday, February 20, 2017

ज़रूर पढें तहजीब के मर जाने की कहानी है अयोध्या
कहते हैं अयोध्या में राम जन्मे. वहीं खेले कूदे बड़े हुए. बनवास भेजे गए. लौट कर आए तो वहां राज भी किया.
उनकी जिंदगी के हर पल को याद करने के लिए एक मंदिर बनाया गया. जहां खेले, वहां गुलेला मंदिर है.
जहां पढ़ाई की वहां वशिष्ठ मंदिर हैं. जहां बैठकर राज किया वहां मंदिर है. जहां खाना खाया वहां सीता रसोई है. जहां भरत रहे वहां मंदिर है. हनुमान मंदिर है. कोप भवन है. सुमित्रा मंदिर है. दशरथ भवन है.
ऐसे बीसीयों मंदिर हैं. और इन सबकी उम्र 400-500 साल है. यानी ये मंदिर तब बने जब हिंदुस्तान पर मुगल या मुसलमानों का राज रहा.
अजीब है न! कैसे बनने दिए होंगे मुसलमानों ने ये मंदिर! उन्हें तो मंदिर तोड़ने के लिए याद किया जाता है. उनके रहते एक पूरा शहर मंदिरों में तब्दील होता रहा और उन्होंने कुछ नहीं किया!
कैसे अताताई थे वे, जो मंदिरों के लिए जमीन दे रहे थे. शायद वे लोग झूठे होंगे जो बताते हैं कि जहां गुलेला मंदिर बनना था उसके लिए जमीन मुसलमान शासकों ने ही दी. दिगंबर अखाड़े में रखा वह दस्तावेज भी गलत ही होगा जिसमें लिखा है कि मुसलमान राजाओं ने मंदिरों के बनाने के लिए 500 बीघा जमीन दी. निर्मोही अखाड़े के लिए नवाब सिराजुदौला के जमीन देने की बात भी सच नहीं ही होगी.
सच तो बस बाबर है और उसकी बनवाई बाबरी मस्जिद! अब तो तुलसी भी गलत लगने लगे हैं जो 1528 के आसपास ही जन्मे थे. लोग कहते हैं कि 1528 में ही बाबर ने राम मंदिर तोड़कर बाबरी मस्जिद बनवाई. तुलसी ने तो देखा या सुना होगा उस बात को. बाबर राम के जन्म स्थल को तोड़ रहा था और तुलसी लिख रहे थे मांग के खाइबो मसीत में सोइबो. और फिर उन्होंने रामायण लिखा डाली. राम मंदिर के टूटने का और बाबरी मस्जिद बनने क्या तुलसी को जरा भी अफसोस न रहा होगा! कहीं लिखा क्यों नहीं!
अयोध्या में सच और झूठ अपने मायने खो चुके हैं. मुसलमान पांच पीढ़ी से वहां फूलों की खेती कर रहे हैं. उनके फूल सब मंदिरों पर उनमें बसे देवताओं पर.. राम पर चढ़ते रहे. मुसलमान वहां खड़ाऊं बनाने के पेशे में जाने कब से हैं. ऋषि मुनि, संन्यासी, राम भक्त सब मुसलमानों की बनाई खड़ाऊं पहनते रहे. सुंदर भवन मंदिर का सारा प्रबंध चार दशक तक एक मुसलमान के हाथों में रहा. 1949 में इसकी कमान संभालने वाले मुन्नू मियां 23 दिसंबर 1992 तक इसके मैनेजर रहे. जब कभी लोग कम होते और आरती के वक्त मुन्नू मियां खुद खड़ताल बजाने खड़े हो जाते तब क्या वह सोचते होंगे कि अयोध्या का सच क्या है और झूठ क्या?
अग्रवालों के बनवाए एक मंदिर की हर ईंट पर 786 लिखा है. उसके लिए सारी ईंटें राजा हुसैन अली खां ने दीं. किसे सच मानें? क्या मंदिर बनवाने वाले वे अग्रवाल सनकी थे या दीवाना था वह हुसैन अली खां जो मंदिर के लिए ईंटें दे रहा था? इस मंदिर में दुआ के लिए उठने वाले हाथ हिंदू या मुसलमान किसके हों, पहचाना ही नहीं जाता. सब आते हैं. एक नंबर 786 ने इस मंदिर को सबका बना दिया. क्या बस छह दिसंबर 1992 ही सच है! जाने कौन.
छह दिसंबर 1992 के बाद सरकार ने अयोध्या के ज्यादातर मंदिरों को अधिग्रहण में ले लिया. वहां ताले पड़ गए. आरती बंद हो गई. लोगों का आना जाना बंद हो गया. बंद दरवाजों के पीछे बैठे देवी देवता क्या कोसते होंगे कभी उन्हें जो एक गुंबद पर चढ़कर राम को छू लेने की कोशिश कर रहे थे? सूने पड़े हनुमान मंदिर या सीता रसोई में उस खून की गंध नहीं आती होगी जो राम के नाम पर अयोध्या और भारत में बहाया गया?
अयोध्या एक शहर के मसले में बदल जाने की कहानी है. अयोध्या एक तहजीब के मर जाने की कहानी है.

Saturday, February 18, 2017

अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति द्वारा दिल्ली में दस्तक।

  




नई दिल्ली - 21 वीं  सदी में विश्व दौड़ रहा है, अमेरिका रूस चीन जापान फ़्रांस जैसे विकासशील देशों के मुक़ाबले में भारत जहाँ एक और खड़े होने की चेष्टा कर रहा है वहीँ भारत की एक तिहाई आबादी आज भी अन्धविश्वाश में लिप्त है।  या यूँ कहें जानबूझ कर कुछ शातिर मनुवादी मानसिकता के लोग जो हमेशा सत्ता पर क़ाबिज़ रहना चाहते हैं वैसे ही लोग आम सीधे साढ़े लोगों को गुमराह कर अपना उल्लू सीधा कर अपना पेट भरते रहते हैं जिन्हें साक्षर बना कर जागरूक करने की अति आवश्यक है - इसी संदर्व में महाराष्ट्र के कॉमरेड दाबोलकर की हत्या कर दी गयी थी। आज उसी हत्या कांड के अभियुक्तों को महाराष्ट्र पुलिस द्वारा बचाने की कोशिश की जा रही है इसी लिए दाबोलकर के समर्थक महाराष्ट्र प्रसाशन के विरोध में दिल्ली के जंतर मंतर पर एक दिवसीय धरना देकर दिल्ली में श्री दाबोलकर के विचारों को फैलाने के लिए नई समन्यवेय समिति का गठन किया है।  
इस अवसर पर महाराष्ट्र के स्टेट चीफ सेक्रेटरी माधव भावगे व सविता शेटे, गजेंदर सरकार, शाहजी भोसले ने दिल्ली से अंधविश्वास के प्रति जागरूकता अभियान चलने के लिए समन्वय समिति का गठन किया। जिसमें महाराष्ट्र के अलावा हरयाणा के ईश्वर नास्तिक , उ. प्र. से आर.एम. मोहला, अमिताभ बासु , राधेश्याम माह सचिव भारतीय एकता परिषद दिल्ली, एस.ज़ेड. मलिक(पत्रकार)दिल्ली, दिल्ली विशविद्यालय के अंकित कुमार अवम अन्य लोग शामिल हुए।                 

AINA INDIA: अल्पसंख्यक युवाओं के लिए सृजन जागरूकता कार्यक्रम क...

AINA INDIA: अल्पसंख्यक युवाओं के लिए सृजन जागरूकता कार्यक्रम क...:          दिल्ली के नई जाफराबाद इलाक़े में जस्सिक ने अल्पसंख्यक युवाओं के लिए सरकारी कल्याण योजनाओं पर एक सृजन जागरूकता...

Friday, February 17, 2017

अल्पसंख्यक युवाओं के लिए सृजन जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन। एस.ज़ेड. मलिक (पत्रकार)

   



 





 दिल्ली के नई जाफराबाद इलाक़े में जस्सिक ने अल्पसंख्यक युवाओं के लिए सरकारी कल्याण योजनाओं पर एक सृजन जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया।     

पूर्वी दिल्ली - पूर्वी दिल्ली के नई जाफराबाद के मुहल्ला पॉलीमिट्टी के समुदाय भवन में पिछले दिनों 13 फ़रवरी 2017 - को जनमानस सोसाइटी फॉर सोशल एंड इनवॉरमेंटल कॉज़ ने क्षेत्र के अल्पसंख्यक युवाओं को जागरूक करने के लिए सरकार द्वरा जारी जन कल्याण योजनाओं पर एक सृजन जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन कर नई नस्लों के विकासशील बनने तथा ऋषण (लोन) के लिए विशेष जानकारियां दी गयी। 
इस अवसर पर जनाब अनवर अली क़ासमी ने कार्यक्रम के सभा की अध्यक्षयता की ज़िम्मजवारी संभालते हुए क़ुरआन पाक  तलावत से कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। तथा सोसाइटी के अध्यक्ष जनाब हसन अकबर ने सोसाइटी द्वारा किये गए 11 वर्षों के क्रियकपों का विस्तार से वर्णन किया। उत्तर पूर्वी ज़िला के डिप्टी सेक्रेट्री जनाब जे. एस. राणा भी आमंत्रित थे परंतु वे अपनी व्यस्तता के कारण नहीं आ सके।        
इसके बाद नई जाफराबाद पीलीमिट्टी के अस्थानीय सामाजिक सक्रिय युवाओं को मंच पर आमंत्रित कर वहां की अस्थानीय समस्याओं की जानकारी ली गयी।  तथा वार्ड न० 259 के अस्थानीय निगम पार्षद मो० ज़ाकिर खान ने अपने वक्तव्य में सरकारी महकमे तृतियां से भरी गतिविधियों का विस्तार पूर्वक विश्लेषण करते हुए दिल्ली अल्पसंख्यक आयोग से अल्पसंख्यकों के साथा हो रहे दुर्भावनापूर्ण व्यव्हार को हस्तक्षेप कर रोकवाने का प्रयास करने का आग्रह किया। तथा इसी क्षेत्र के सरसैयद एजुकेशनल सोसाइटी अध्यक्ष जनाब डॉ युसूफ अंसारी ने उस क्षेत्र के अस्थानीय सरकारी स्कूलों में मुस्लिम छात्रों के साथ हो रहे भेदभाव की जानकारी देते हुए निजी स्कूलों में भी छात्रव्रिति प्रदान करने का आग्रह किया। वहीँ उपस्थित एकता सुधार समिति की अध्यक्षा जनाबह नरगिस खान ने अस्थानीय अनपढ़ एवमं कम पढिलिख़ी  महिलाओं के साथ सरकारी महकमे में दुर्व्यवहार तथा उन्हें गुमराह करने की दिल्ली अलसंख्यक आयोग को जानकारियां दी। तथा इस सभा को अस्थानीय समाज सेवी डॉ नइयर, एस. ए. बेताब (एडिटर बेताब समाचार) ने भी संबोधित कर अपने विचार रखे।सभी की शिकायत तथा विचार सुनने के बाद  इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि दिल्ली अल्पसंख्यक आयोग के चेयरमैन जनाब क़मर अहमद ने अल्पसंख्यकों के कल्याण के लिए केंद्र एवम दिल्ली सरकार द्वारा जारी सभी योजनाओं की विस्तारपूर्वक जानकारियां देते हुए उन्हों ने कहा की समस्याओं के समाधान के लिए समाज के सभी शैक्षणिक एवम आर्थिक दृष्टिकोण से मज़बूत वर्गों को संगठित हो कर समाज के आशैक्षिणिक एवम आर्थिक दृष्टिकोण से पिछड़े और कमज़ोर वर्गों को जागरूक करने आवश्यकता है। सभा का समापन  चंडीगढ़ से विशेष अतिथि के रूप में आमंत्रित साइंटिस्ट जनाब मुज़फ्फर अहमद ने किया।         
इस अवसर पर समाज सेविका फरीदा सिद्दीकी, शबाना , शबनम सिद्दीकी , अधिवक्ता खलील कुरैशी, अमीर बानो , शन्नो एवम संस्था के सभी गणमान्य पदाधिकारी तथा सक्रिय सदस्यगण एवम अस्थानीय गण्यमान व्यक्ति उस्थित थे। 
        

Zero Hour: 3 secular voices including Salman Haider, went missing in Pak...

नवाब काजम खान(अध्यक्ष अ० भा० अ०ने०कां०) एस.ज़ेड.मलिक (पत्रकार )

Thursday, February 16, 2017

दिल्ली में आप और भजपा के बीच फांसी छटपटाती कांग्रेस। Blogger by S.Z.Mallick(Journalist)


 लोग कांग्रेस पार्टी को दिल्ली की सत्ता के साथ-साथ देश की सत्ता में भी देखना चाहते है क्योंकि आप पार्टी व भाजपा ने अपने वायदों को पूरा नही किया
 भाजपा व आप पार्टी पार्टी ने लोगों को झूठे सपने दिखाकर उन्हें धोखा दिया है - अजय माकन
 नोटबंदी को गलत तरीके से लागू करने के कारण देश की अर्थव्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई हैअजय माकन 
        

नई दिल्ली, 15 फरवरी, 2017- दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष श्री अजय माकन ने कहा कि लोग कांग्रेस पार्टी को दिल्ली की सत्ता में ही नही बल्कि देश की सत्ता पर भी लाना चाहते है क्योंकि कांग्रेस पार्टी ही देश को स्थिर सरकार देकर देश व देशवासियों के विकास को सुनिश्चित कर सकती है। श्री माकन ने कहा कि जिला सम्मेलनों में लोगों की भारी मात्रा में उपस्थिति ने साफ जाहिर कर दिया है कि वे मोदी सरकार की नोटबंदी की बीमार योजना के खिलाफ है तथा दिल्ली नगर निगम में भाजपा के 10 वर्षो के भ्रष्ट शासन तथा दिल्ली में आम आदमी पार्टी के 2 वर्षों के कुशासन से तंग आ चुके है।

दो जिला कांग्रेस कमेटियों  रोहिणी और आदर्श नगर के सम्मेलनों को सम्बोधित करते हुए प्रदेश अध्यक्ष श्री अजय माकन ने कहा कि तीन वर्ष पहले जब लोगों ने कांग्रेस के विरोध में भाजपा और आम आदमी पार्टी को वोट दिया था तब मोदी और केजरीवाल ने इन लोगां को बड़े-बड़े सपने दिखाये थे। लेकिन अब लोगों को दिखाये गए बड़े-बड़े सपने चकनाचूर हो गए है। मोदी और केजरीवाल ने लोगों को धोखा दिया है और इन्होंने किए गए एक भी वायदो को पूरा नही किया है। श्री माकन ने कहा कि लोगों का मोदी और केजरीवाल से मोहभंग हो गया है और वे अब कांग्रेस को वापस सत्ता में लाना चाहते है क्योंकि कांग्रेस ही एक ऐसी पार्टी है जो स्थिर सरकारें प्रदान कर सकती है।

जिला सम्मेलनों में प्रदेश अध्यक्ष श्री अजय माकन के अलावा अखिल भारतीय कांग्रेस  कमेटी के महासचिव पी.सी. चाकोपूर्व मंत्री श्री राजकुमार चौहानपूर्व विधायक श्री देवेन्द्र यादवअनिल भारद्वाजनिगम पार्षद श्री मुकेश गोयलजिला अध्यक्ष श्री इन्द्रजीत व हरी किशन जिन्दलचतर सिंह   सहित पूर्व विधायकनिगम पार्षदब्लाक अध्यक्ष सहित हजारों कांग्रेस कार्यकर्ता मौजूद थे।

श्री माकन ने कहा कि अब यह सच सामने आ रहा है कि लोग भाजपा और आप पार्टी के कुशासन से परेशान हो चुके है जिसका प्रमाण मई 2016 में हुए निगम उपचुनावों में देखने को मिला है। कांग्रेस ने इन उपचुनावों में 13 में से 5 वार्डों पर कांग्रेस की जीत दर्ज की थी। आप पार्टी ने 5 पर जीत दर्ज की व भाजपा 3वार्डों पर सिमट कर रह गई थी। उन्होंने कहा कि आप पार्टी के नानकपुरा से निगम पार्षद कांग्रेस पार्टी में सम्मिलित होने के पश्चात कांग्रेस के निगम पार्षदों की संख्या 6 हो गई है और कांग्रेस सबसे आगे है।

श्री माकन ने कहा कि निगम उपचुनाव में कांग्रेस का वोट प्रतिशत बढ़ा है क्योंकि कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने घर-घर जाकर एक-एक व्यक्ति से सम्पर्क साधकर लोगों के दिलों को जीता है। श्री माकन ने कहा कि कांग्रेस पार्टी कार्यकर्ता न जब घर-घर जाकर उपचुनाव किया प्रचार किया तो  लोगों ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं का दिल स्वागत किया और कांग्रेस पार्टी को वोट दिया।

श्री माकन ने कहा कि आज चुनाव प्रचार का तरीका बदल गया है और यदि आपको लोगों का वोट चाहिए तो पार्टी कार्यकर्ता को लोगों के घर तक जाकर उनके दिलों को जीतना होगा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी के पास लोगों को बताने के लिए आप पार्टी व भाजपा के खिलाफ बड़े-बड़े मुद्दे है। दिल्ली में सारे विकास के कार्य रुके पड़े हैइन्होंने जो लोगों को झूठे सपने दिखाये थे वे अब टूट गए है। श्री माकन ने कहा कि लोग अब इन मुद्दो को जान चुके है कि और कांग्रेस कार्यकर्ताओं को घर-घर जाकर प्रचार करके भाजपा व आप पार्टी के विफलताओं मुद्दों को लोगों को बताना।

श्री माकन ने कहा भारत ही नही बल्कि पूरी दुनिया भर में मोदी सरकार का नोटबंदी का तमाशा पहली बार हुआ जिसके कारण लोगों के नोट केवल 3-4 घंटे के अंतराल में कागज के टुकड़े मात्र बनकर रह गए। यह सब केवल मोदी के नोटबंदी के गलत फैसले और पंगु योजना के कारण हुआ। श्री माकन ने कहा ऐसा उदाहरण देश में कही भी देखने को नही मिलेगा जब दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल और उनके मंत्री पूरी दिल्ली को भगवान भरोसे छोड़कर विदेशी दौरे पर चले गए थे। उस समय दिल्ली में चिकनगुनियाडेंगू और स्वाईन फ्लू महामारी के कारण लोगों की मृत्यु हो रही थी।

श्री अजय माकन ने कहा कि बहुत सारा गरीब तबका अनाधिकृत कालोनियोंझुग्गी झौपड़ियों व पुनर्वास कालोनियों में बसता है। उन्होंने कहा कि यदि अनाधिकृत कालोनियों की बात करे तो इन पर हमेशा एक डर का साया रहता था कि कब बुलडोजर आयेगा और उनके आशियानों को उजाड़ डालेगा। परंतु कांग्रेस पार्टी की अध्यक्षा श्रीमती सोनिया गांधी व उपाध्यक्ष श्री राहुल गांधी जी ने गरीबों के दर्द को महसूस करते हुए एक व्यवस्था बनाई थी कि आर.डब्लू.ए. द्वारा दिए गए नक्शों को सही मानते हुए इन कालोनियों को पास कर दिया। जब जाकर कहीं इन कालोनी वासियों को उजाड़े जाने के डर से राहत मिली थी।


श्री अजय माकन ने कहा कि दिल्ली में शासित कांग्रेस सरकार ने 2013 तक रहकर जो काम किए थे उनको आम आदमी पार्टी की दिल्ली सरकार ने आगे बढ़ाने की बजाय उसमें कमी की है व रुकावट डाली है। श्री माकन ने कहा कि 2013 में कांग्रेस की सरकार के समय डीटीसी के बेड़े में 5445 बसें थी। डीटीसी की बसें बढ़ने की बजाय आप पार्टी की सरकार ने दो वर्षो में 1100 बसें कम कर दी है और आज केवल डीटीसी के पास तकरीबन 4300 बसे है। जबकि गरीब व मजदूर वर्ग के लिए डीटीसी परिवहन की एक महत्वपूर्ण सेवा है। श्री माकन ने कहा कि कांग्रेस की सरकार जाने के बाद दिल्ली में एक भी नया फ्लाईओवर नही बना,एक भी नई सड़क नही बनीबल्कि कांग्रेस के कार्यकाल में जो सड़के बनी थी उन सड़कों में एक-एक फुट के गढ्डे हुए पड़े है। सरकार को इसकी कोई चिंता नही है।




Saturday, December 31, 2016

नोट बंदी पर मेरे विचार और समीक्षा-



Roshan Lal Agrawal
नोट बंदी पर मेरे विचार और समीक्षा
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देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा नोट बंदी के संबंध में लिए गए निर्णय को अब लगभग पोने दो मांह का समय बीत चुका है और उसके परिणाम भी सामने आ रहे हैं लेकिन उस पर आज भी यह विवाद छिड़ा हुआ है कि नोट बंदी का निर्णय सही था या गलत निर्णय था।
मैं स्पष्ट रुप से यह करना चाहता हूं कि मैं नोट बंदी के इस निर्णय को पूरी तरह सही मानता आया हूं और आज भी मान रहा हूं क्योंकि यह निर्णय सिद्धांतिक दृष्टि से बिल्कुल सही था लेकिन व्यावहारिक दृष्टि से इसमें बहुत कमियां भी सामने आई जिसके कारण आम जनता को काफी कठिनाइयां भी सहनी परी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी या उनके समर्थक या विरोधी कुछ भी कहते रहें वह कुछ भी कहने के लिए स्वतंत्र हैं लेकिन मैं इस इस आधार पर सही मानता हूं कि देश की मुद्रा की रक्षा नकली मुद्रा से करने के लिए पुरानी मुद्रा को नई मुद्रा में बदलना बेहद जरूरी कदम था इसके पहले की सरकारों ने इसकी भारी उपेक्षा की थी जो गलत है।
लेकिन इस कदम को खुद मोदी जी जी यदि देश के काले धन को बाहर निकालने का कदम बताते हैं तो यह उनके अज्ञान और अस्पष्टता को सिद्ध करता है उन्हें ऐसी अनर्गल बात नहीं करनी चाहिए क्योंकि देश के कुल धन संपत्ति का केवल अधिकतम 2 प्रतिशत धन मुद्रा के रूप में होता है और यदि सरकार को नकली मुद्रा से निपटने में 100% सफलता भी मिल जाए तो वास्तविक तौर पर यह सफलता केवल 2 प्रतिशत की मानी जाएगी जिसे असफलता कहना ज्यादा ठीक होगा।
नकली मुद्रा से देश की मुद्रा की रक्षा करने की दृष्टि से यदि सरकार द्वारा जारी किए गए नोटों से अधिक पुराने नोट नहीं सामने आते हैं तो इसी सफलता को 100% सफलता माना जाएगा मोदी जी और उनके अंध समर्थकों को बुद्धि की यह बात समझ में आनी चाहिए।
लेकिन आज सबसे बड़े दुर्भाग्य की बात यह है कि लोग इस कदम के गुण दोषों पर विचार करने की बजाए मोदी समर्थक और मोदी विरोधियों में बनकर रह गए हैं यह एक घटिया मनोवृत्ति है और इससे देश को कोई लाभ नहीं होगा।
देश की अकुशल बेलगाम और बेईमान प्रशासनिक अधिकारियों की अपराध पूर्ण भूमिका के कारण देश की जनता को कठिनाइयां आई और कितने ही बैंक अधिकारियों और उच्च पदों पर बैठे हुए अन्य लोगों ने अपने पदों का दुरुपयोग कर भारी मात्रा में धन कमाया और देश की जनता को धोखा दिया लेकिन बड़ी बड़ी बात करने वाले मोदी जी ने अभी तक उनके विरुद्ध कोई कदम नहीं उठाया है जिसका मेरे जैसे कितने ही लोग बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।
दूसरा सवाल यह भी है कि पुराने नोटों को बंद करना कोई बड़ी बात नहीं है बड़ी बात यह तब मानी जाती जब नकली नोटों के अपराध पूर्ण नेटवर्क को देश से पूरी तरह खत्म करने के लिए मोदी जी ने अगला कदम उठाया होता लेकिन आज तक उन्होंने यह भी नहीं उठाया और यह दिल ऐसा नहीं करते हैं तो फिर उनकी यह घटिया मनमानी ही मानी जाएगी जब तक इस नकली नोटों के नेटवर्क को देश से जर्मन से नहीं खत्म किया जाता तब तक नई मुद्रा की भी सुरक्षा नहीं की जा सकती।
जिन बैंक अधिकारियों या अन्य लोगों ने बहती गंगा में हाथ धो कर देश की जनता को धोखा देकर बाहरी धन कमाया है उन सब की भी गहराई से जांच होनी चाहिए और अपराधियों को उनके द्वारा किए गए अपराध का दंड अवश्य दिया जाना चाहिए यदि ऐसा नहीं किया जाता तो भी मोदी जी की भर्त्सना की जानी चाहिए।
नोट बंदी के निर्णय से आम लोगों को जो परेशानियां सामने आई हैं इससे देश की घटिया राजनीति की भी कलई खुल गई है ममता बनर्जी और अरविंद केजरीवाल जैसे नेताओं ने खुलकर नोट बंदी का विरोध करके नकली नोटों पर चलने वाली अपनी ही राजनीति पर से पर्दा उठा दिया है।
इन्होंने देश की जनता की कठिनाइयों मैं मदद करने की बजाए कठिनाइयों को बढ़ाने के लिए शर्मनाक भूमिका निभाई तो जगजाहिर है।
इस कलम के महत्व को देखते हुए मोदी जी द्वारा जो गोपनीयता बरती गई मैं उसे पूरी तरह सही मानता हूं जनता की कठिनाइयों का मूल कारण तो निरंकुश और भ्रष्ट नौकरशाही भ्रष्ट राजनेता और मोदी जी के मंत्रिमंडल के सहयोगियों की संदेहास्पद भूमिका थी।
इन सब स्थितियों के बावजूद भी सरकार के पास उसके द्वारा जारी किए गए असली नोटों से अधिक पुराने नोटों का नहीं आना उनकी सफलता कार सबूत है क्योंकि जितने भी नकली नोट थे वह बाजार से बाहर हो गए और फिर से बाजार में नहीं आ पाई यह सफलता ही अपने आप में बहुत बड़ी बात है।
किंतु मोदी जी को चाहिए की संपूर्ण घटनाक्रम और अंतिम परिणाम की दृष्टि से वह नोट बंदी पर श्वेत पत्र जारी करें ताकि देश की जनता के सामने वास्तविक स्थिति आ सके सही और गलत का निर्णय करने का अधिकार देश के आम आदमी को ही मिलना चाहिए और यदि मोदी जी ऐसा नहीं करते हैं तो यह भी उनकी मनमानी बेईमानी या मूर्खता ही मानी जाएगी इसलिए उनको अनिवार्य रूप से स्वीट पत्र जारी करना चाहिए।
इसके साथ-साथ मोदी जी को चाहिए कि मे नोट बंदी को काला धन बाहर निकालने के लिए उठाए गए कदम कि तोता रटंत न करें यह पूरी तरह अज्ञानी व्यक्ति ही बोल सकता है यदि मोदी जी देश से काले धन को समाप्त करना चाहते हैं तो उसका एकमात्र सबसे अच्छा और निश्चित रुप से सफलता देने वाला उपाय निजी संपत्ति की गोपनीयता को खत्म करना है जिसके कारण आज हर सक्षम व्यक्ति झूठा रिटर्न देकर समाज को धोखा दे रहा हैयह बात भी मोदी जी के समझ में आनी चाहिए
मेरी दृष्टि में तो अगर मोदी जी काले धन को समाप्त करने के लिए निजी संपत्ति की गोपनीयता के काले कानून को समाप्त करने का कदम नहीं उठाते तो या तो इस देश की जनता को धोखा दे रहे हैं या फिर खुद को धोखा दे रहे हैं और इन दोनों ही स्थितियों में इसका अंतिम परिणाम समाज के लिए दुखदाई और मोदी जी के लिए अपमानजनक सिद्ध होगा।
मैं देश में कालेधन को समाप्त करने के लिए मोदी जी द्वारा उठाए जाने वाले कदम की बेसब्री से प्रतीक्षा कर रहा हूं और यह कदम ही उनकी बदनीयती या देशप्रेम की भावनाकी वास्तविक कसौटी होगी।
लेकिन मेरे लिए सबसे दुख की बात तो यह है कि अच्छे-अच्छे लोग व्यक्ति और पार्टियों के अपनी दुराग्रह के आधार पर सही और गलत का निर्णय ले रहे हैं जो नहीं लिया जाना चाहिए हमको किसी भीकदम का विरोध किया समर्थन उसकी अच्छाई और बुराई के आधार पर करना चाहिए अपने पूर्व के दुराग्रहों के आधार पर नहीं

Saturday, December 3, 2016

जमाअत इस्लामी की मिलीजुली प्रतिक्रिया। Blogger by S.Z.Mallick(Journalist)







माअत इस्लामी हिन्द के केंद्रीय कार्यालय में आयोजित प्रेस कांफ्रेस में जमाअत के अध्यक्ष मौलाना जलालुद्दीन उमरी ने कहा कि जमाअत इस्लामी हिन्द बाबरी मस्जिद की 24 वीं बरसी पर एक बार फिर अपने संकल्प को दोहराती है कि ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड] मानवाधिकार संगठनों और सभी धर्मों के न्यायप्रिय लोगों के सहयोग से बाबरी मस्जिद के पुनर्निर्माण और बहाली के लिए शांतिपूर्ण संघर्ष करती रहेगी। 6 दिसंबर 1992 का दिन भारतीय इतिहास का काला दिवस था। दुर्भाग्य से मस्जिद विध्वंस के दोषी अभी भी आजाद घूम रहे हैं और सत्ता में आयी कोई भी सरकार किसी को भी गिरफ्तार नहीं कर सकी है। 17 साल की लंबी अवधि के बाद लिब्राहन आयोग ने जून 2009 में अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंप दिया था बावजूद इसके कोई व्यावहारिक कदम नहीं उठाया गया। केस अभी भी सुप्रीम कोर्ट में लंबित है। मौलाना उमरी ने आशा व्यक्त करते हुए कहा कि न्यालय का निर्णय मस्जिद के पक्ष में ही आएगा। उन्होंने इस बात पर भी बल देते हुए कहा कि कि जमाअत बाबरी मस्जिद केस को अदालत से बाहर सेटेलमेंट के किसी भी संभावना से इनकार करती है।
जमाअत इस्लामी हिन्द सरकार के इस दावे पर संशय व्यक्त करती है कि 500 और 1000 रुपये के नोट के विमुद्रीकरण से काले धन का चलन रुक जाएगा। अगर काले धन को रोकना ही था तो 2000 के करेंसी नोट को क्यों लाया गया\ सरकार के इस अचानक घोषणा से ऐस प्रतित होता है कि यह एक चुनावी स्टंट है] लेकिन इसके नतीजे में लाखों गरिब और मध्यमवर्गीय लोग अपने ही पैसों के लिए एटीएम और बैंकों के सामने घटों और दिनों से कतारों में खड़े हैं उनके लिए अनेकों असुविधायें पैदा हो गई हैं। जमाअत इस्लामी हिन्द सरकार से - विमुद्रीकरण योजना के पूरे विवरण] पूरी प्रक्रियाओं पर लागत और प्रस्तावित लाभ] किन किन विभागों की भागीदारी थी और आम आदमी के प्रतिदिन के खर्च के लिए पैसों की किल्लत से निबटारा को सुनिश्चित  करने के लिए कौन कौन सी व्यवस्था की गयी] पर श्वेत  पत्र लाने की मांग करती है। सरकार को चाहिए कि इस योजना से आम जनों में उत्पन्न कठिनाइयों को कम करने के लिए तमाम संभावित उपाये उपलब्ध कराये।
जमाअत इस्लामी हिन्द ने म्यांमार में मुसलमानों पर जारी जाति-संहार पर अत्यंत दुख] चिंता और रोष प्रकट किया है। अंतर्राष्ट्रीय मीडिया की खबरों के मुताबिक वहां बर्मी सैनिकों द्वारा मुसलमानों की संपत्तियों को नष्ट कर दिया गया है और राखिना राज्य के पूरे गांव को आग के हवाले कर दिया गया है। आंग सांग सू की नेतृत्व वाली धुर पक्षधर लोकतांत्रिक सरकार में मुसलमानों का जनसंहार नहीं रुक रहा है। सैनिकों और आतंकियों ने अपने ही नागरिकों की जिंदगी को विरक्त करके रख दिया है। उनकी नागरिकता को निषेध किया जा रहा परिणामस्वरूप मुसलमान बड़े पैमाने पर वहां से पलायन कर रहे हैं। जमाअत इस्लामी हिन्द इस बात पर चिंता व्यक्त करती है कि संयुक्त राष्ट्र] अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार संगठनों और मुस्लिम देशों की रोहिंगिया मुसलमानों की दशा को लेकर उदासीनता पर चिंता व्यक्त करती है। जमाअत म्यांमार सरकार से मांग करती है कि रोहिंगिया मुसलमानों के खिलाफ दमनकारी नीतियां का त्याग करे और उन्हें देष में पूरी आजादी के साथ शांतिपूर्वक जीवन गुजारने का अवसर प्रदान करे और सैनिकों और आतंकियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करे।

Friday, December 2, 2016

उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर का मोस्ट वांटेड सतीश कुमार अब दिल्ली में मकान पर अवैध क़ब्ज़ा किया वहीँ दूसरे दिल के मरीज़ मकान मालिक को मिया बीवी ने मिल कर रेप केस में फ़साने की धमकी देते हुए मारा  जब की मकान मालिक मांगेराम दिल का मरीज़ है।
  

Wednesday, November 30, 2016

Indian Government is really sincere and generous to the people? Blogger by S.Z.Mallick(Journalist)

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क्या भारत सरकार सचमुच जनता के प्रति ईमानदार व उदार है?
भारतीय संविधान की धारा 21 जिसका संबंध निजी संपत्ति की गोपनीयता से है भ्रष्टाचार और काले धन की जननी है इसके साथ साथ यह धारा व्यक्ति को समाज से अलग करके शासन का गुलाम बना देती है इसलिए जो लोग समाज को काले धन भ्रष्टाचार सत्ता की मनमानी से छुटकारा दिलाना चाहते हैं और एक न्यायपूर्ण स्वतंत्र सामाजिक व्यवस्था का निर्माण करना चाहते हैं तो उनको भारतीय संविधान की इस विनाशकारी धारा को समझने और उसे खत्म कराने हेतु जनमत जागृत करना चाहिए।
जब तक इस धारा को समाप्त करके सही प्रावधान लागू नहीं किए जाएंगे कब तक इस देश की 80% जनता को गरीबी अभाव बेरोजगारी अन्याय अपमान उपेक्षा और गुलामी की जिंदगी से छुटकारा नहीं मिल सकता इसी धारा के कारण समाज में दलितों वंचितों और जानवरों जैसा कष्टदाई जीवन जीना पढ़ रहा है इसलिए इस धारा को खत्म कराने के लिए समाज में जागृति लानी चाहिए।