भारतीय मुसलमान करूणा से भरे हुए हैं, उनमे क्रोना की कोई गुंजाइश ही नहीं ।
भारतीय पीएम की इस्लाम पर स्टडी अच्छी है । तो क्या प्रधानमंत्री सत्ता में आने के बाद भारतीय मुसलमानों के साथ अपने भक्तों को इस्लाम के बारे में गुमराह कर के उन्हें प्रोत्साहित कर आज़मा रहे हैं ? प्रधानमंत्री जी इस्लाम अर्थात इंसानियत यह हर व्यक्ति में है लेकिन अपने निजी स्वार्थ में सांसारिक सुख पाने के खातिर स्वार्थ को अपने आप पर हावी कर इंसानियत को दबा दिया । जबकि अल्लाह और अल्लाह के रसूल का सारी दुनियाँ के व्यक्ति के लिये है फरमान है कि प्रकृतिक के तमाम संसाधनों पर सभी जीवों का समानरूप से बराबर कर अधिकार है - प्रधानमंत्री जी थोड़ा समीक्षा और मंथन कर बताए कि भारत में प्रकृतिक सम्पदा पर कितने मुसलमानों का अधिकार है ? मुस्लमननों ने मुसलमान का मतलब ही कुर्बानी देने वाला, दानी। लेकिन मनुवादी ब्राह्मणों ने इस लोक डाउन में दान लेना बंद नहीं किया वह पुरे अभी तक के लोकडाउन में मंदिर और अंधविश्वासी अंधभक्तों ने न उनका दामन छोड़ा और न पंडित उनकेघर व मंदिर जाने से नहीं रुके बल्कि मनुवादी ब्रह्मण पंडितों को एक वीआईपी की तरह पुलिस अपने संरक्षण में मंदिर ले जाती और उनके घरों तक छोड़ आती और मुसलमानों ने मनुवादिओं के अंधभक्त दबंगों का गरोह और पुलिस का चूतड़ों पर डंडा बर्दाश्त करते हुए इस विपत्ति में भी दान व भूके पीड़ितों को मदद देना बंद नहीं किया ।
प्रधानमंत्री जी भारतीय मुसलमानों में वह जो सच्चा मुसलमान होगा उसमे क्रोना नही मिलेगा न उस तक क्रोना पहुंचेगा इसलिए की उसके अंदर दया और करूणा इतना भरा हुआ है की उसमे न तो क्रोना जैसे कोई घातक बिमारी हो सकती है और न उसमे किसी नफ़रत की कोई गुंजाइश है। चाहे आप जितना भी अत्याचार करा लो। मुसलमानों में क्रोना नहीं दया और करूणा ही मिलेगा ।
एस.ज़ेड.मलिक (पत्रकार) ainaindiablogsport.com
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