Sunday, October 4, 2020


कांग्रेस नेता राहुल गाँधी के साथ भाजपा का रवैया इस समय दुर्भावनापूर्ण है-शिव भाटिया (वरिष्ठ कांग्रेस नेता)

 यूपी में भढ़ता आरक्जकता और जंगल राज का कारण क्या है - 48 घंटे के अंदर दुसरा काण्ड-ज़िम्मेदार कौन ? 

धारा 144 लागू होने की बात कहते हुए राहुल को यूपी पुलिस द्वारा कॉलर पकड़ कर आगे जाने से रोका गया-कांग्रेसियों पर दर्ज हुई इस एफआईआर, यूपी पुलिस-प्रशासन द्वारा अंतिम संस्कार किए जाने की पर राजनीतिक गरमाई।  यूपी में भढ़ता आरक्जकता और जंगल राज का कारण क्या है ज़िम्मेदार कौन ?  सरकार द्वारा जान बुझ कर बढ़ावा दिया जा रहा या योगी सरकार यूपी को संभालने में पूरी तरह से फेल्योर हो चुकी है ?

एस.  ज़ेड मलिक (पत्रकार)

नयी दिल्ली - पिछले दिनों कांग्रेस नेता राहुल गांधी के साथ उत्तर प्रदेश पुलिस ने जिस प्रकार से एक मुजरिम जैसा सलूक किया वह अशोभनीय, निंदनीय एवं चिंतनीय योग है। उत्तर प्रदेश पुलिस का कांग्रेस के उपाध्यक्ष एवं सांसद राहुल गांधी कांग्रेस महा सचिव प्रियंका गांधी के साथ इस प्रकार का दुर्व्यवहार मैं समझता हूँ की यह दुर्भावनापूर्ण जैसे व्यक्तिगत बदले भावना से उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा जान-बूझ कर कराया गया था।ज्ञात हो की गौतमबुद्ध नगर के ग्रेटर नोएडा में ईकोटेक वन पुलिस स्टेशन में 153 काँग्रेसियों के नामजद किये गए, जबकि 50 के खिलाफ अज्ञात के नाम पर मामला दर्ज हुआ। 

उन्होंने ने कहा की 19 वर्षीय युवती के साथ दुष्कर्म के बाद बर्बरतापूर्ण हत्या ने दिल्ली का निर्भया काण्ड की याद ताज़ा करवादी, वही मृतक पीड़िता के परिवार के बिना मर्ज़ी पुलिस-प्रशासन द्वारा आनन्-फानन में अंतिम संस्कार किया जाना, उत्तर प्रदेश पुलिस ऐसी हरकत कई गंभीर प्रश्नों को जन्म देता है। यह पूरी तरह साजिश दिखाई दे रही है उत्तरप्रदेश सरकार मुजरिम को बचान चाहती है। 

राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और कांग्रेस के कई नेता गुरुवार को हाथरस गैंगरेप पीड़िता के परिजनों से मिलने  लिए


हाथरस जा रहे थे। पुलिस ने सबको ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस-वे पर ही जबरन यानी विशेष कर जिस प्रकार से राहुल गांधी को कॉलर पकड़ कर रोका गया वह किसी भी पार्टी के नेताओं के लिए भी अशोभनीय होगा।  विशेष कर कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के साथ यह रवैया दुर्भावनापूर्ण है। स्पष्ट यह भाजपा द्वारा जान बुझ कर इस प्रकार का द्वेषित व दुर्भावनापूर्ण रवैया यूपी
 पुलिस को निर्देश जारी किये गए हों ? यह देश के लिए दुर्भाग्य है।   यदि भाजपा 1975 के आपातकाल का बदला आज स्वर्गीय इंद्रागांधी के परिवार राहुल गांधी, प्रियंका गांधी से लेना चाहती है तो यह देश के लिए इससे बड़ा और दुर्भाग्य नहीं हो सकता। 

हालांकि कांग्रेसियों पर दर्ज हुई इस एफआईआर की कॉपी को लेकर नोएडा पुलिस के साक्षरता पर सवाल उठ रहे हैं दरअसल, एफआईआर में कॉपी में राहुल गांधी को कांग्रेस अध्यक्ष लिखा गया है, जबकि उन्हें पद छोड़े एक साल

से अधिक हो गया है। तो वहीं, प्रियंका गांधी की पत्नी का नाम रॉबर्ट वाड्रा लिखा गया है। गलती पता चलने के बाद पुलिस अब इसमें सुधार की बात कह रही है।
 राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और कांग्रेस के कई नेता गुरुवार को हाथरस गैंगरेप पीड़िता के परिजनों से मिलने के लिए हाथरस जा रहे थे। पुलिस ने सबको ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस-वे पर ही जबरन यानी विशेष कर जिस प्रकार से राहुल गांधी को कॉलर पकड़ कर रोका गया वह किसी भी  पार्टी के नेताओं के लिए भी अशोभनीय होगा विशेष कांग्रेस यह रवैया दुर्भावनापूर्ण है। स्पष्ट यह भाजपा द्वारा जान बुझ कर इस प्रकार का द्वेषित दुर्भावनापूर्ण रवैया यूपी सरकार का एक हिस्सा हो सकता है। यूपी सरकार  निंन्दा एवं भर्तसना की जाए वह कम ही है।

 दुसरी और अभी हाथरस में युवती के साथ हुई दरिंदगी का मामला से आग लगा ही हुआ है की 48 घंटे के अंदर अंदर अभी लगे  बलरामपुर में छात्रा के साथ गैंगरेप के बाद हत्या के विरोध में बेटी के लिए न्याय मांगने आम आदमी पार्टी सांसद संजय सिंह की पत्नी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। महिला पुलिसकर्मी सड़क पर आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह की पत्नी अनीता सिंह के हाथ पकड़कर रोड पर खींचती नजर आईं वह हजरतगंज चौराहे पर सड़क पर लेट गईं तो पुलिसकर्मियों ने उन्हें घसीट कर बस में ले जाकर चढ़या । संजय सिंह की पत्नी अनीता सिंह हाथरस, बलरामपुर कांड को लेकर बेटियों को न्याय के लिए प्रदर्शन करने पहुंची थी। पुलिस ने उन्हें भी अपनी कस्टडी में एक मुजरिम की तरह घसीटे हुए  ।

समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने हजरतगंज में सरकार के खिलाफ जमकर आक्रोश व्यक्त किया। महात्मा गांधी की 151वीं जयंती पर शुक्रवार सुबह समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने महात्मा गांधी प्रतिमा स्थल पर मौन व्रत

रख सरकार व प्रशासन की लापरवाही को लेकर आक्रोश जताया। देखते ही देखते सैकड़ों की संख्या में कार्यकर्ता एकजुट होकर प्रदर्शन व नारेबाजी करने लगे। प्रदर्शनकारियों ने सड़क पर जोरदार प्रदर्शन कर सरकार विरोधी नारेबाजी की। हंगामे की सूचना मिलते ही मौके पर भारी मात्रा में पुलिस फ़ोर्स पहुंची और प्रदर्शनकारियों को हटाने लगी, लेकिन वह हटने को तैयार नहीं थे। इस पर पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज कर दिया। असलहा लेकर पहुंचा सपा नेता का सुरक्षाकर्मी गिरफ्तार लाठीचार्ज से वहां भगदड़ मच गई और इसमें कई लोग चोटिल हो गए। पुलिस ने बैरिकेडिंग लगाकर प्रदर्शनकार्यों को रोका था। पुलिस ने हथियार लेकर पहुंचे सपा नेता राम सिंह राणा के निजी सुरक्षाकर्मी को गिरफ्तार किया है। वह प्रदर्शन में असलहा लेकर पहुंचे थे। पुलिस उनसे पूछताछ कर रही है। काफी मशक्कत के बाद पुलिस ने सैकड़ों कार्यकताओं को हिरासत में लेकर बसों में भरकर इको गार्डन भेजा। प्रदर्शनकारियों ने सरकार विरोधी नारेबाजी करते हुए कहा कि बेटियों के सम्मान में बीजेपी मैदान में, सिर्फ चुनावी नारा साबित हुआ। प्रदेश में बेटियों को अपनी इज्जत बचाना मुश्किल हो गया है। प्रदर्शन में सपा नेता रविदास मेहरोत्रा सहित तमाम अन्य नेता और पदाधिकारी पहुंचे थे इस दौरान शहर के मुख्य चौराहे की यातायात व्यवस्था चौपट हो गई। 

No comments:

Post a Comment

please don't forget to yo your comment on my write-up