भाजपा सत्ता के घमंड चूर , चरमारी प्रसाशनिक व्यावस्था, अन्याय बढ़ता वर्चस्व देश व भारतीय समाज के लिये खतरा - कांग्रेस नेता - शिव भाटिया .
भाजपा समर्थित आरएस की सरकार के 6 वर्षों के कार्यकाल में भारत मे कोई दिन ऐसा नही जिसमे कभी सुख शांति का अनुभव हुआ हो । आये दिन विशेष कर उत्तर भारत के जम्मू और कश्मीर तथा उत्तर प्रदेश एवं पूर्वउत्तर राज्यों और दक्षिण भारत के कुछ राज्यों में जहां जहां भी भाजपा का साशन या भाजपा का सत्ता में भागीदारी है वहां वहां साम, दाम, दण्ड, भेद, के तहत भाजपा साशन कर रही है और जहां कमज़ोर है वहां वहां अपना वर्चस्व स्थापित करने के लिये साम, दाम, दण्ड, भेद, के तहत हर हरबे अपना कर प्रसाशन के अधिकारियों को अपने कब्जे में लेने के लिये उन्हें पहले तो लालच दे कर उन्हें अपने दबाव में रख रही है और जो ईमानदारी से अपना काम कर कर रहे उन्हें नौकरी से निकालने की धमकी दे कर उन्हें अपने दबाव में काम करने पर मजबूर कर रही है। ऐसे बहुत से मामले प्रकाश में आये है और आये दिन सुनने को और देखने मिल रहा है।
अब ऐसा महसूस होने लगा है कि भाजपा अपनी सत्ता स्थापित रखने के लिये किसी भी हद तक जा सकती है ।
बेहद अफसोस के साथ कहना पड़ रहा है कि राजीव त्यागी की मौत सम्पूर्ण भारत के लिये चिंता का विषय है ? राजीव त्यागी केवल कांग्रेस के प्रवक्ता नही थे बल्कि वह सच्चे राष्ट्र हितैषी और सर्वो समाज के गरीबों के हमदर्द थे ज़मीन से जुड़े हुए व्यक्ति थे । उनकी मौत से न कि केवल कांग्रेस को नुकसान हुआ बल्कि भारत के उन समाज को नुकसान हुआ है जो ज़मीन से जुड़ा मेहनतकश मज़दूरों और मध्यम वर्ग थे उनको को क्षति पहुंची है जिसे भारत की जनता कभी माफ नही करेगी।
अजब तानाशाही है। और अजीब सा माहौल बनता जा रहा जिस देश की गिने चुने हुए न्यूज़ चैनलों को जनता ने राष्ट्रीय मीडिया की उपाधी दे कर उनको कभी निष्पक्ष तथा भारत में लोकतंत्र का चौथा स्तम्भ मानती थी, आज वही गिने चुने हुए देश के न्यूज़ चैनल सर्वप्रथम बाज़ारू और बिकाऊ हो गए। ऐसा कभी सोंचा भी नहीं जा सकता था। जिसने थोड़ेसे पैसे के लालच में अपना अस्तित्त्व को ही समाप्त कर दिया। इस मीडिया ने न की केवल अपना सतीत्व समाप्त किया बल्कि भारत को विश्व में झूठा और पाखंडी बनाने में कोई कोई कसर नहीं छोड़ा विश्व में बदनाम कर के छोड़ दिया। आज इन मीडिया के कारण विश्व भर में भारत की क्षवी धूमिल हुयी है। वही भाजपा के कार्यकर्ताओं के मनो मष्तिस्क में यह बैठ गया की मेरी सरकार ने मीडिया खरीद लिया और अब भाजपा के वैसे प्रवक्ता जिन्हे भारत का इत्तिहास तो दूर उन्हें अपने इत्तिहास के बारे में ही पता नहीं की उनका इत्तिहास क्या है ? वह वर्चस्व और दबंगई झूठ और मक्कारी को ही बेहतर निति और वर्तमान और भविष्य समझने लगे हैं।
जहां भारत में 60 करोड़ लोगों के पास भोजन नहीं है, 70 करोड़ लोगों के पास काम नहीं है, 14 करोड़ लोगों की नौकरियां समाप्त हो चुकी है, देश में ताला बंदी है , कोरोना महामारी से लग भाग 50 लाख लोगों की मृत्यु हो चुकी है, 25 लाख लोग बीमार हैं , सरहद पर दुश्मन युद्ध के लिए तैयार है, चीन - सियाचीन , अरुणाचल , लद्दाक के गहलवान घाटी में घुसा बैठा है। देश की एकता और अखंडता में सेंध लगा दिया गया , भाजपा की उन्मादी नीतिओं ने सामाज में जाती धर्म वर्ण व्यवस्था का ऐसा घिनौना जाल फेक कर भारतीय समाज को नफरतों में उलझा दिया है, की बजाए उस जाल से निकलने की कोशश करने के लोग एक दूसरे को शक की निगाह से देखते हैं। आये दिन महिलाओं पर अत्यचार हो रहा है और उनके साथ दुष्कर्म बलात्कार हो रहा है। न्याय का नामो निशान नही है। भ्रष्टाचार का यह आलम है की एलआईसी बेच दिया , दूरसंचार बेच दिया , एयरपोर्ट बेच दिया, रेलवे बेच दिया। भारत के कम्पनियों में जीडीपी में साढ़े सोलह फीसदी और गिरावट देखने को मिल रहा। एसबीआई अब लोन देने से मना कर कहा है।
चैनल वाले कुछ लोगों अपने डेक्स पर बुला कर भाजपा की बात ज़बरदस्ती भाजपा के नीतियों पर सवाल करने वालों पर अपनी बात डालते हैं। जब कोई विपक्ष का प्रवक्ता भाजपा प्रवक्ता या मीडिया से सवाल करता है तो चैनल का ऐंकर और भाजपा प्रवक्ता दोनों उस विपक्ष गेस्ट के साथ बत्तमीज़ी पर उतर आते हैं। सवाल यदि चाइना पर पूछा जाए तो जवाब हिन्दू हो या नहीं हो सवाल यह पूछा जाता है ? सवाल करो विकास के मुद्दे पर तो सवाल करने वाला हिन्दू विरोधी हो जाता है। सवाल पूछो भारत की गिरती अर्थव्यवस्था पर तो जवाब मिलता तुम रष्ट्र विरोधी हो। सवाल उठाओ न्याय वयवस्था लायन ऑडर पर जवाब मिलता तुम आतंकवादियों से मिले हुए हो हिन्दू और मुसलमान जिन्ना और पाकिस्तान जिसका सवाल से कोई मतलब नहीं वह बाते बोल कर जहां अपने जवाब को गोल मटोल कर देते हैं वही मीडिया उनका साथ दे कर उन प्रवक्ताओं का समय समाप्त कर उन्हें बोलने से रोक देता हैं। सच तो यह है की प्रवक्ताओं के पास जब कोई जवाब ही नहीं रहता तो उल जलूल बाते करके स्वयं तो भटके हुए हैं ही दूसरों को भटकाने का काम कर रहे हैं और जब देश के प्रधानमंत्री ही देश को 6 वर्षों से आज तक भटकाने का काम ही कर रहे हैं तो यह उनके ही कारीकर्ता तो हैं । यह उनकी बात नही करेंगे तो और उम्मीद रखी जाए यह देश और समाज के हित की बात करेंगे ? इस लिए मैं तो इन्हे "भटकाऊ झूठी पार्टी" अर्थात भाजपा कहता हूँ।
जो जज न्याय की बात करता है उसे हत्या करवा दिया जाता या उसका रातों रात ट्रांसवर या जेल , अभी पिछले दिनों इलाहाबाद हाई कोर्ट के एक जज को जेल इस लिये डाल दिया गया कि उसने योगी जी व्यावस्था पर सवाल खड़ा कर दिया? पिछले दिनों एक स्थानीय पत्रकार ने योगी जी की व्यावस्था पर सवाल उठाया तो उसे दिल्ली उसके आवास यूपी पुलिस आ कर उसे गिरफ्तार कर लेती है। परसों फिर नोएडा के गुरुकुल में 14 साल की एक नाबालिग बच्ची के साथ दुष्कर्म कर के उसकी हत्या कर दी जाती है, उसे पंखे से लटका कर उस पर आरोप लगा दिया जाता है कि वह डिप्रेशन थी और उसने फांसी लगा ली और न तो प्रसाशन को सूचित किया जाता है और न उसका पोस्टमार्टम कराया जाता और उसकी मां को बुलवा कर उसके सामने ही ज़बरदस्ती दाह संस्कार करा दिया जाता । और आज तक उस पर न तो कोई कारवाई और न किसी मीडिया ने अभी तक कोई डिवेट किया है और कही पर इसकी अभी तक किसी मीडिया ने अब तक कोई खबर चलाई । यह कैसा भारत बनांना चाहते है। और जनता भी खामोश है ? यह सरकार आखिर क्या चाहती है ? आखिर देश की जनता कब जागेगी ? कब तक इस सरकार का अत्यचार सहती रहेगी ? कौन देगा इन सवालों का जवाब ?
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