PMGKY टैक्स लेने से किया इनकार तो खत्म होगी शाखा की मान्यता, सरकार ने दी बैंकों को चेतावनी
सरकार ने सभी बैंकों को चेतावनी देते हुए कहा है कि यदि माफी योजना प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत टैक्स लेने से इनकार किया है तो उनकी शाखाओं की मान्यता रद्द कर दी जाएगी।
केंद्र सरकार की ओर से लिए गए नोटबंदी के फैसले के बाद, सरकार ने प्रधान मंत्री गरीब कल्याण योजना (PMGKY) को लॉन्च किया जिसके अंतर्गत वे लोग जिनके पास बेहिसाब नकदी है वो 31 मार्च तक इसे अपने बैंक खातों में जमा करना होगा। इस पर उन्हें 50 फीसद टैक्स और जुर्माने का भुगतान करना होगा। साथ ही ऐसे लोगों को कुल जमा राशि का 25 प्रतिशत हिस्सा बिना ब्याज वाले खाते में चार साल के लिए जमा कराना होगा। गौरतलब है कि इस योजना की शुरुआत बीते साल 1 दिसंबर को की गई थी।
लंदन में बोले जेटली; नोटबंदी की प्रक्रिया करीब-करीब पूरी
वित्त मंत्री अरूण जेटली ने आज कहा कि नोटबंदी की प्रक्रिया करीब-करीब पूरी हो चुकी है और उन्होंने इसे उच्च मूल्य वर्ग के नोटों के स्थान पर नये नोट जारी करने की सबसे संभावित सहज प्रक्रिया बताया।
जेटली यहां लंदन स्कूल ऑफ इकनोमिक्स में छात्रों और शिक्षकों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने 500 और 1,000 रपये के नोट चलन से हटाने के सरकार के फैसले को देश में एक ‘नया सामान्य स्तर’ कायम करने वाला कदम बताया। उन्होंने कहा कि अंतत: इस कदम से उच्च आर्थिक वृद्धि को हासिल किया जा सकेगा।
नयी दिल्ली: केंद्रीय बिजली मंत्री पीयूष गोयल का कहना है कि यदि सभी लोग गंभीरता से अपने बकाये का भुगतान कर दें तो सरकार कर की दर कम कर सकती है।
यहां ‘ईवाई आंत्रप्रेन्योर ऑफ द इयर अवार्डस’ को संबोधित करते हुए गोयल ने कहा, ‘हम वस्तु एवं सेवाकर (जीएसटी), आयकर और अन्य की दर को कम कर सकते हैं यदि सभी लोग कर का भुगतान करें।’इस अवसर पर वाणिज्य मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि सरकार कारोबारियों और निवेशकों को यहां घर जैसा महसूस करवाना चाहती है ताकि वह अर्थव्यवस्था में एक लहर पैदा कर सकें और अपनी कारोबारी गतिविधियों को बढ़ा सकें। उल्लेखनीय है कि कारोबारियों की मांग है कि सरकार कर की दर कम करे।
प्राइवेट सेक्टर में काम करने वाले कर्मचारियों को भी केंद्रीय कर्मचारियों की तरह ही अधिकतम 20 लाख रुपये तक ग्रेच्युटी मिलेगी।
प्राइवेट सेक्टर में काम करने वाले कर्मचारियों के लिए एक बड़ी खुशखबरी है। सरकार ने सिफारिश की है कि प्राइवेट सेक्टर में काम कर रहे लोगों को भी केंद्रीय कर्मचारियों की तरह ही अधिकतम 20 लाख रुपये तक ग्रेच्युटी मिले। कैबिनेट से प्रस्ताव पास होने के बाद अब इसे बजट सत्र के अगले हिस्से में संसद में विधेयक के रूप में पेश किया जाएगा।
श्रममंत्री बंडारू दत्तात्रेय की अध्यक्षता में हुई मीटिंग में फैसला लिया गया कि प्राइवेट सेक्टर में भी ग्रेच्युटी की सीमा को 10 लाख से बढ़ाकर 20 लाख किया जाए। आपको बता दें कि सातवें वेतन आयोग ने ग्रेच्युटी की सीमा को दस लाख से बढ़ाकर बीस लाख करने की सिफारिश की थी। केंद्र सरकार के साथ-साथ कई राज्य सरकारें भी इसे लागू कर चुकी हैं।
श्रममंत्री बंडारू दत्तात्रेय की अध्यक्षता में हुई मीटिंग में फैसला लिया गया कि प्राइवेट सेक्टर में भी ग्रेच्युटी की सीमा को 10 लाख से बढ़ाकर 20 लाख किया जाए। आपको बता दें कि सातवें वेतन आयोग ने ग्रेच्युटी की सीमा को दस लाख से बढ़ाकर बीस लाख करने की सिफारिश की थी। केंद्र सरकार के साथ-साथ कई राज्य सरकारें भी इसे लागू कर चुकी हैं।
केन्द्र ने यह फैसला किया है कि प्राइवेट सेक्टर में काम करने वाले कर्मचारियों की ग्रेच्युटी की राशि को दोगुना करते हुए सरकारी कर्मचारियों के बराबर किया जाए। कर्मचारी यूनियनों ने ग्रेच्युटी के भुगतान के लिये प्रतिष्ठान में कम-से-कम 10 कर्मचारियों के होने तथा न्यूनतम पांच साल की सेवा की शर्तों को हटाने की भी मांग की है।
नई दिल्लीः सरकार के स्वर्ण बॉंड की सातवीं किस्त की बिक्री सोमवार से बीएसई और एनएसई में शुरू हो जाएगी. इससे निवेशकों को अपने निवेश का डाइवर्सिफिकेशन करने को बेहतर विकल्प उपलब्ध होगा. सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (एसजीबी) योजना का 7वां चरण 27 फरवरी (सोमवार) से शुरू होगा. मौजूदा वित्त वर्ष में गोल्ड बॉन्ड की ये आखिरी पेशकश होगी. अब तक सरकार गोल्ड बांड की 6 किस्त जारी कर चुकी है और पांच चरणों में इसके जरिये 3060 करोड़ रुपये जुटा चुकी है. सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड के तहत लोग 500 ग्राम तक सोने की कीमत का गोल्ड बॉन्ड खरीद सकेंगे. सरकार ने रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के साथ विचार-विमर्श करके सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड्स 2016-17-सीरीज 4 शुरू करने की घोषणा की है.
27 फरवरी से शुरू होगा सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड का 7वां चरणः मौका न चू
नई दिल्लीः सरकार के स्वर्ण बॉंड की सातवीं किस्त की बिक्री सोमवार से बीएसई और एनएसई में शुरू हो जाएगी. इससे निवेशकों को अपने निवेश का डाइवर्सिफिकेशन करने को बेहतर विकल्प उपलब्ध होगा. सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (एसजीबी) योजना का 7वां चरण 27 फरवरी (सोमवार) से शुरू होगा और बॉन्ड का आवंटन 17 मार्च को किया जाएगा.. मौजूदा वित्त वर्ष में गोल्ड बॉन्ड की ये आखिरी पेशकश होगी. अब तक सरकार गोल्ड बांड की 6 किस्त जारी कर चुकी है और पांच चरणों में इसके जरिये 3060 करोड़ रुपये जुटा चुकी है. सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड के तहत लोग 500 ग्राम तक सोने की कीमत का गोल्ड बॉन्ड खरीद सकेंगे. सरकार ने रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के साथ विचार-विमर्श करके सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड्स 2016-17-सीरीज 4 शुरू करने की घोषणा की है. सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड खरीदने के लिए आपको 27 फरवरी से 3 मार्च के बीच आवेदन करना होगा. बॉन्ड की बिक्री बैंक्स, स्टॉक होल्डिंग कार्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड के जरिए की जाएगी. इसके अलावा आप सरकारी मंजूरी प्राप्त डाकघर और स्टॉक एक्सचेंजों के जरिए भी खरीद सकते हैं. स्वर्ण बॉंड के तहत न्यूनतम एक ग्राम और अधिकतम 500 ग्राम सोने के लिये निवेश किया जा सकता है. गोल्ड बॉन्ड में 8 साल के लिए निवेश करना जरूरी है और इसमें कम से कम 5 साल का लॉकइन है यानी इसमें इतने समय के लिए बने रहना होगा. गोल्ड बॉन्ड में निवेश करने वालों को निवेश मूल्य पर 2.5 प्रतिशत सालाना ब्याज मिलेगा जो उन्हें छह महीने पर मिलेगा. इसे ऐसे समझें, प्रारंभिक निवेश की राशि पर प्रतिवर्ष 2.5 प्रतिशत (फिक्स्ड दर) के अनुसार, बॉन्ड पर ब्याज का भार होता है. ब्याज निवेशक के बैंक खाते में हाफ-ईयरली जमा किया जाएगा और अंतिम ब्याज मूलधन के साथ परिपक्वता पर देय होगा।
नई दिल्ली-भारत सरकार के लेसकैश इकॉनमी अभियान को बढ़ावा देने के लिए लॉन्च किए गए भीम ऐप ने एक विश्व रेकॉर्ड बना दिया है। नीति आयोग के सीईओ अमिताभ कांत ने कहा है कि भीम ऐप को 1.70 करोड़ बार डाउनलोड किया गया है जो कि अपने आप में एक विश्व रेकॉर्ड है।
मोदी सरकार द्वारा पिछले साल 30 दिसंबर को लॉन्च किए गए BHIM (भारत इंटरफेस फॉर मनी) ऐप का उद्देश्य डिजिटल पेमेंट्स को बढ़ावा देना था। इस ऐप की सबसे खास बात यह है कि इसे इंटरनेट न होने पर भी इस्तेमाल किया जा सकता है। फोन से USSD कोड *99# डायल करके भी इस ऐप को ऑपरेट किया जा सकता है। भीम को नैशनल पेमेंट कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने डिवेलप किया है। अमिताभ कांत ने कहा, 'यह ऐप बहुत सफल रहा है। यह बहुत अच्छा काम कर रहा है।'
मोदी सरकार द्वारा पिछले साल 30 दिसंबर को लॉन्च किए गए BHIM (भारत इंटरफेस फॉर मनी) ऐप का उद्देश्य डिजिटल पेमेंट्स को बढ़ावा देना था। इस ऐप की सबसे खास बात यह है कि इसे इंटरनेट न होने पर भी इस्तेमाल किया जा सकता है। फोन से USSD कोड *99# डायल करके भी इस ऐप को ऑपरेट किया जा सकता है। भीम को नैशनल पेमेंट कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने डिवेलप किया है। अमिताभ कांत ने कहा, 'यह ऐप बहुत सफल रहा है। यह बहुत अच्छा काम कर रहा है।'
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने 29वें मन की बात कार्यक्रम में कहा कि 15 फ़रवरी,2017 भारत के जीवन में गौरवपूर्ण दिवस है. हमारे वैज्ञानिकों ने विश्व के सामने भारत का सर गर्व से ऊँचा किया है. ISRO ने कई अभूतपूर्व मिशन सफलतापूर्वक पूर्ण किए हैं.'मंगलयान' भेजने के बाद पिछले दिनों इसरो ने विश्व रिकॉर्ड बनाया. इसरो ने मेगा मिशन के ज़रिये एक साथ विभिन्न देशों के 104 उपग्रह अन्तरिक्ष में सफलतापूर्वक लांच किए हैं. 104 उपग्रह को अंतरिक्ष में भेजकर इतिहास रचने वाला भारत दुनिया का पहला देश बना और यह लगातार 38वाँ पीएसएलवी का सफल लांच है. भारत का उपग्रह कार्टोसैट-2डी के माध्यम से खींची हुई तस्वीरों से संसाधनों की मैपिंग, आधारभूत ढांचे की प्लानिंग में मदद मिलेगी.
ख़ास करके किसान को देश में जो सभी जल स्रोत है, वो कितना है,उसका उपयोग कैसे हो सकता है इन सारे विषयों पर कार्टोसेट-2डी बहुत मदद करेगा. हमारे लिये ये भी ख़ुशी की बात है कि इस सारे अभियान का नेतृत्व, हमारे युवा वैज्ञानिक, हमारी महिला वैज्ञानिक, किया है. इस सिलसिले में एक महिला शोभा जी ने एक और भी सवाल पूछा है और वो है भारत की सुरक्षा के संबंध में, भारत ने एक बहुत बड़ी सिद्धि प्राप्त की है, उसके विषय में. भारत ने रक्षा के क्षेत्र में भी बैलिस्टिक इंटरसेप्टर मिसाइल का सफल परीक्षण किया है.
इंटरसेप्टर टेक्नोलॉजी वाले इस मिसाइल ने ट्रायल के दौरान ज़मीन से 100 कि.मी. की ऊँचाई पर दुश्मन की मिसाइल को ढेर कर सफलता पाई. दुनिया के चार या पाँच ही देश हैं कि जिन्हें ये महारत हासिल है. भारत के वैज्ञानिकों ने ये करके दिखाया. इसकी ताक़त है कि 2000 किमी दूर से भी भारत पर आक्रमण के लिये मिसाइल आती है तो ये मिसाइल अंतरिक्ष में ही उसको नष्ट कर देती है. हमारी युवा-पीढ़ी का विज्ञान के प्रति आकर्षण बढ़ना चाहिए. देश को बहुत सारे वैज्ञानिकों की ज़रूरत है. नीति आयोग एवं भारत के विदेश मंत्रालय ने 14वें प्रवासी भारतीय दिवस के समय एक बड़ी विशिष्ट प्रकार की प्रतिस्पर्द्धा की योजना की थी.
जो विशिष्ट बुद्धि प्रतिभा रखते हैं, वो जिज्ञासा को जिज्ञासा नहीं रहने देते, उनकी जिज्ञासा नई खोज का कारण बन जाती है. उनको तरजीह देने के लिए समाज उपयोगी नवाचार को आमंत्रित किया गया. ऐसे नवाचार को चिन्हित करना, उसको प्रदर्शन करना और उसको लोगों को जानकारी देना.
हमारा समाज टेक्नोलॉजी की तरफ उन्मुख हो रहा है. व्यवस्थायें टेक्नोलॉजी पर आधारित हो रही हैं. तकनीक हमारे जीवन का अभिन्न अंग बन रही है. 'डिजि-धन' पर ज़ोर दिया जा रहा है, लोग नकद से डिजिटल करेंसी की तरफ बढ़ रहे हैं. भारत में डिजिटल ट्रांजेक्शन तेजी से बढ़ रहा है.
14 अप्रैल को डॉ. बाबा साहेब अम्बेडकर की जन्म-जयंती का पर्व है और अभी-अभी बाबा साहेब अम्बेडकर की 125वीं जयंती गई है. उनका स्मरण करते हुए लोगों को भीम ऐप डाउनलोड करना सिखाएं. उससे लेन-देन कैसे होती है, वो सिखाएँ और ख़ास करके आस-पास के छोटे-छोटे व्यापारियों को सिखाएँ.
हमारे देश की अर्थव्यवस्था के मूल में कृषि का बहुत बड़ा योगदान है. गाँव की आर्थिक ताक़त, देश की आर्थिक गति को ताक़त देती है. किसानों के परिश्रम से इस वर्ष रिकॉर्ड अन्न उत्पादन हुआ है. इस वर्ष देश में लगभग 2 हज़ार 700 लाख टन से भी ज्यादा खाद्यान्न का उत्पादन हुआ है. किसान परंपरागत फ़सलों के साथ-साथ देश के ग़रीब को ध्यान में रखते हुए अलग-अलग दालों की भी खेती करें क्योंकि दाल से ही सबसे ज़्यादा प्रोटीन ग़रीब को प्राप्त होता है
देश के किसानों ने ग़रीबों की आवाज़ सुनी और क़रीब-क़रीब दो सौ नब्बे लाख हेक्टेयर धरती पर भिन्न-भिन्न दालों की खेती की. ये सिर्फ दाल का उत्पादन नहीं है, किसानों के द्वारा हुई मेरे देश के ग़रीबों की सबसे बड़ी सेवा है.
रियो पैरालिंपिक्स में हमारे दिव्यांग खिलाड़ियों ने जो प्रदर्शन किया, हम सबने उसका स्वागत किया था. वर्ल्ड कप के फाइनल में भारत ने पाकिस्तान को हराते हुए लगातार दूसरी बार वर्ल्ड चैंपियन बन करके देश का गौरव बढ़ाया.
दिव्यांग भाई-बहन सामर्थ्यवान,दृढ़-निश्चयी होते हैं,साहसिक होते हैं,संकल्पवान होते हैं, हर पल हमें उनसे कुछ-न-कुछ सीखने को मिल सकता है
देश का कोई भी नागरिक जब कुछ अच्छा करता है, तो पूरा देश एक नई ऊर्जा का अनुभव करता है, आत्मविश्वास को बढ़ाता है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि खेल हो या अंतरिक्ष विज्ञान महिलायें किसी से पीछे नहीं हैं. एशियाई रग्बी सेवेंस ट्रॉफी में हमारी हमारी महिला खिलाड़ियों ने सिल्वर मेडल जीता.
इससे पहले पिछले महीने 29 जनवरी को उन्होंने यह कार्यक्रम किया था. उसमें परीक्षाओं के मद्देनजर पढ़ाई करने वाले छात्रों की तैयारियों पर खास रूप से बातचीत की थी. उसमें छात्रों को उन्होंने स्माइम मोर एंड स्कोर मोर का नारा दिया था. इसके साथ ही पीएम नरेंद्र मोदी ने अपने पिछले कार्यक्रम में गणतंत्र दिवस पर गैलेंट्री अवॉर्ड पाने वाले लोगों के परिवारवालों को शुभकामनाएं दी थीं.
हालांकि इस बार इस कार्यक्रम के साथ खास बात यह जुड़ी है कि युपी चुनावों के बीच में यह इसका प्रसारण हो रहा है. इसके लिए चुनाव आयोग से अनुमति ली गई है. इसलिए इस बात की पूरी संभावना है कि कार्यक्रम में किसी भी प्रकार की राजनीतिक मुद्दे पर बात नहीं होगी. वैसे आमतौर पर पीएम मोदी अपने इस कार्यक्रम में राजनीतिक मुद्दों को नहीं उठाते हैं.
उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री मोदी के 'मन की बात' कार्यक्रम का प्रसारण ग्यारह बजे से ऑल इंडिया रेडियो, दूरदर्शन और उनके ऑफिशियल वेबसाइट पर होगा.
ख़ास करके किसान को देश में जो सभी जल स्रोत है, वो कितना है,उसका उपयोग कैसे हो सकता है इन सारे विषयों पर कार्टोसेट-2डी बहुत मदद करेगा. हमारे लिये ये भी ख़ुशी की बात है कि इस सारे अभियान का नेतृत्व, हमारे युवा वैज्ञानिक, हमारी महिला वैज्ञानिक, किया है. इस सिलसिले में एक महिला शोभा जी ने एक और भी सवाल पूछा है और वो है भारत की सुरक्षा के संबंध में, भारत ने एक बहुत बड़ी सिद्धि प्राप्त की है, उसके विषय में. भारत ने रक्षा के क्षेत्र में भी बैलिस्टिक इंटरसेप्टर मिसाइल का सफल परीक्षण किया है.
इंटरसेप्टर टेक्नोलॉजी वाले इस मिसाइल ने ट्रायल के दौरान ज़मीन से 100 कि.मी. की ऊँचाई पर दुश्मन की मिसाइल को ढेर कर सफलता पाई. दुनिया के चार या पाँच ही देश हैं कि जिन्हें ये महारत हासिल है. भारत के वैज्ञानिकों ने ये करके दिखाया. इसकी ताक़त है कि 2000 किमी दूर से भी भारत पर आक्रमण के लिये मिसाइल आती है तो ये मिसाइल अंतरिक्ष में ही उसको नष्ट कर देती है. हमारी युवा-पीढ़ी का विज्ञान के प्रति आकर्षण बढ़ना चाहिए. देश को बहुत सारे वैज्ञानिकों की ज़रूरत है. नीति आयोग एवं भारत के विदेश मंत्रालय ने 14वें प्रवासी भारतीय दिवस के समय एक बड़ी विशिष्ट प्रकार की प्रतिस्पर्द्धा की योजना की थी.
जो विशिष्ट बुद्धि प्रतिभा रखते हैं, वो जिज्ञासा को जिज्ञासा नहीं रहने देते, उनकी जिज्ञासा नई खोज का कारण बन जाती है. उनको तरजीह देने के लिए समाज उपयोगी नवाचार को आमंत्रित किया गया. ऐसे नवाचार को चिन्हित करना, उसको प्रदर्शन करना और उसको लोगों को जानकारी देना.
हमारा समाज टेक्नोलॉजी की तरफ उन्मुख हो रहा है. व्यवस्थायें टेक्नोलॉजी पर आधारित हो रही हैं. तकनीक हमारे जीवन का अभिन्न अंग बन रही है. 'डिजि-धन' पर ज़ोर दिया जा रहा है, लोग नकद से डिजिटल करेंसी की तरफ बढ़ रहे हैं. भारत में डिजिटल ट्रांजेक्शन तेजी से बढ़ रहा है.
14 अप्रैल को डॉ. बाबा साहेब अम्बेडकर की जन्म-जयंती का पर्व है और अभी-अभी बाबा साहेब अम्बेडकर की 125वीं जयंती गई है. उनका स्मरण करते हुए लोगों को भीम ऐप डाउनलोड करना सिखाएं. उससे लेन-देन कैसे होती है, वो सिखाएँ और ख़ास करके आस-पास के छोटे-छोटे व्यापारियों को सिखाएँ.
हमारे देश की अर्थव्यवस्था के मूल में कृषि का बहुत बड़ा योगदान है. गाँव की आर्थिक ताक़त, देश की आर्थिक गति को ताक़त देती है. किसानों के परिश्रम से इस वर्ष रिकॉर्ड अन्न उत्पादन हुआ है. इस वर्ष देश में लगभग 2 हज़ार 700 लाख टन से भी ज्यादा खाद्यान्न का उत्पादन हुआ है. किसान परंपरागत फ़सलों के साथ-साथ देश के ग़रीब को ध्यान में रखते हुए अलग-अलग दालों की भी खेती करें क्योंकि दाल से ही सबसे ज़्यादा प्रोटीन ग़रीब को प्राप्त होता है
देश के किसानों ने ग़रीबों की आवाज़ सुनी और क़रीब-क़रीब दो सौ नब्बे लाख हेक्टेयर धरती पर भिन्न-भिन्न दालों की खेती की. ये सिर्फ दाल का उत्पादन नहीं है, किसानों के द्वारा हुई मेरे देश के ग़रीबों की सबसे बड़ी सेवा है.
रियो पैरालिंपिक्स में हमारे दिव्यांग खिलाड़ियों ने जो प्रदर्शन किया, हम सबने उसका स्वागत किया था. वर्ल्ड कप के फाइनल में भारत ने पाकिस्तान को हराते हुए लगातार दूसरी बार वर्ल्ड चैंपियन बन करके देश का गौरव बढ़ाया.
दिव्यांग भाई-बहन सामर्थ्यवान,दृढ़-निश्चयी होते हैं,साहसिक होते हैं,संकल्पवान होते हैं, हर पल हमें उनसे कुछ-न-कुछ सीखने को मिल सकता है
देश का कोई भी नागरिक जब कुछ अच्छा करता है, तो पूरा देश एक नई ऊर्जा का अनुभव करता है, आत्मविश्वास को बढ़ाता है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि खेल हो या अंतरिक्ष विज्ञान महिलायें किसी से पीछे नहीं हैं. एशियाई रग्बी सेवेंस ट्रॉफी में हमारी हमारी महिला खिलाड़ियों ने सिल्वर मेडल जीता.
इससे पहले पिछले महीने 29 जनवरी को उन्होंने यह कार्यक्रम किया था. उसमें परीक्षाओं के मद्देनजर पढ़ाई करने वाले छात्रों की तैयारियों पर खास रूप से बातचीत की थी. उसमें छात्रों को उन्होंने स्माइम मोर एंड स्कोर मोर का नारा दिया था. इसके साथ ही पीएम नरेंद्र मोदी ने अपने पिछले कार्यक्रम में गणतंत्र दिवस पर गैलेंट्री अवॉर्ड पाने वाले लोगों के परिवारवालों को शुभकामनाएं दी थीं.
हालांकि इस बार इस कार्यक्रम के साथ खास बात यह जुड़ी है कि युपी चुनावों के बीच में यह इसका प्रसारण हो रहा है. इसके लिए चुनाव आयोग से अनुमति ली गई है. इसलिए इस बात की पूरी संभावना है कि कार्यक्रम में किसी भी प्रकार की राजनीतिक मुद्दे पर बात नहीं होगी. वैसे आमतौर पर पीएम मोदी अपने इस कार्यक्रम में राजनीतिक मुद्दों को नहीं उठाते हैं.
उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री मोदी के 'मन की बात' कार्यक्रम का प्रसारण ग्यारह बजे से ऑल इंडिया रेडियो, दूरदर्शन और उनके ऑफिशियल वेबसाइट पर होगा.
नई दिल्ली: केंद्र सरकार ने बैंकों को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर माफी योजना “प्रधान मंत्री गरीब कल्याण योजना (PMGKY)” के अंतर्गत उनकी कोई भी शाखा टैक्स लेने से इनकार करती है तो उस शाखा की मान्यता को रद्द किया जा सकता है। यह योजना आगामी 31 मार्च को खत्म हो रही है
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